पुजारी व पंडितों को थमाया नोटिस, पुजारी पुत्र के मंदिर प्रवेश पर एसडीएम ने लगा दी है रोक
मालवा/ नलखेड़ा स्थित प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर में नियम विरुद्ध प्रसिद्ध संगीतकार अनु मलिक को दर्शन और हवन कराने के मामले में सुसनेर एसडीएम ने मंदिर के पुजारी मनोहर भिलाला, गोपाल भिलाला, भरत तथा पुजारी योगेश शर्मा, मनोज शर्मा, मिलन शर्मा को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है तथा मामले की जांच करने के लिए नलखेड़ा के तहसीलदार की अध्यक्षता में स्वतंत्र जांच समिति बनाई है जो इस घटना क्रम की पूरी जांच करेगी।
जांच पूरी न हो जाने तक पुजारी भरत पिता गोपाल को मंदिर में प्रवेश से रोका गया है। ताकि जांच प्रभावित न हो सके। वहीं तीन पंडितों को एक माह के लिए पूजा हवन करने से प्रतिबंधित किया गया है। यदि इसके बाद भी पंडित व पुजारी मंदिर में प्रवेश करते है तो उनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही होगी। एसडीएम ने उक्त कार्यवाही मंदिर के कर्मचारी गोविंद पिता भेरू लाल गोस्वामी द्वारा प्रस्तुत पंचनामा रिपोर्ट व समाचार पत्रों में छपी खबर के आधार पर संज्ञान लेकर की है।
यह है मामला
20 दिसंबर को प्रसिद्ध संगीतकार अनु मलिक नलखेड़ा दर्शन करने आए थे। बताते है कि रात 9.30 बजे मंदिर के पट बंद हो जाते है। लेकिन रात 10.40 बजे गर्भगृह के पट खोलकर मलिक को भरत पंडा ने दर्शन करवाए। मलिक ने मंदिर परिसर में हवन भी किया था। मंदिर में हवन करने के लिए 250 रुपए की रसीद बनवानी होती है। जो नहीं बनवाई गई थी। मामले में एसडीएम का कहना है कि आस्था के इस केन्द्र के लिए जो नियम बनाए गए है। उसका पालन होना अनिवार्य है। नियम विरुद्ध कार्य होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम जैन का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद भरत पंडा व हवन कराने वाले पंडितों को कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा। मामले में भरत पंडा का कहना है कि मंदिर में श्रृंगार चल रहा था। गर्भगृह के पट बंद नहीं हुए थे। संगीतकार मलिक आए तो उन्हें दर्शन करवाए गए थे। हवन कराने वाले पंडितों का कहना है कि हम रसीद बनवाने गए थे। लेकिन कार्यालय में कर्मचारी नहीं था। इसलिए रसीद नहीं बनवा सके।