पुलिस ने 20 लोगों की लिस्ट दी, 
हाथ बचा रहा निगम ,तीन दिन का नोटिस, एक सप्ताह बाद भी बड़ी कार्रवाई नहीं
एक दुकान तोड़ने के बाद निगम का अमला रुक गया।
उज्जैन / भूमाफिया के खिलाफ सभी जगह जोर-शोर से कार्रवाई चल रही है लेकिन उज्जैन में मामला ठंडा है। पुलिस ने निगम को 20 ऐसे लोगों की सूची दी है जिनकी शहर सीमा में स्थित संपत्ति की जांच करने के बाद निगम को उनके खिलाफ कार्रवाई करना थी लेकिन निगम ने अब तक 9 लोगों को ही नोटिस दिए और इनमें से तीन के ही अवैध निर्माण गिराए।
निगम का अमला चाहता तो ऐसे लोगों की संपत्ति की जांच 24 घंटे में कर सकता था लेकिन उन्हें तीन दिन का वक्त दिया। इसका नतीजा यह निकला कि जिन नौ लोगों को निगम ने नोटिस भेजा, उनमें से दो कोर्ट चले गए। एक ने तो निगम कार्यालय पहुंचकर यह भी कह दिया कि निगम ने जिस जगह पर मकान बताया है वहां मंदिर है। निगम चाहे तो कार्रवाई करें। निगम ने जोन स्तर पर अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ अब तक पूरी ताकत केवल कागजी कार्रवाई पर लगाई है। निगम ने जोन के बिल्डिंग निरीक्षकों के जरिए संबंधित जोन के ऐसे लोगों को नोटिस भेजे हैं जिनकी सूची पुलिस ने निगम को सौंपी थी। उनकी संपत्तियों का भौतिक सत्यापन का काम जारी है। इस बीच नोटिस मिलने पर वे अपनी ओर से दस्तावेज लेकर निगम मुख्यालय के अलावा जोन कार्यालय भी पहुंच रहे हैं।
निगम आयुक्त बोले- अवैध निर्माण की जांच भी जरूरी है
निगम आयुक्त ऋषि गर्ग का कहना है पुलिस की ओर से जिन लोगों की सूची हमें मिली है। उन सभी की संपत्तियों की बारीकी से जांच करवाई जा रही है। अवैध निर्माण तोड़े जाएंगे लेकिन पहले उनकी जांच जरूरी है इसलिए उन्हें वक्त दिया जा रहा है। शुरुआत में उन्हें तीन दिन में दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा निगम को कार्रवाई के लिए पुलिस फोर्स की जरूरत भी होती है। एक साथ सभी जोन में कार्रवाई नहीं कर सकते।
सिंधी कॉलोनी में गुंडे भदाले की दुकान पर चली जेसीबी
प्रकाशनगर में गुंडे मुकेश भदाले के पांच मंजिला मकान को हटाने के एक सप्ताह बाद नगर निगम ने गुरुवार को उसकी दुकान भी तोड़ दी। यह दुकान सिंधी कॉलोनी तिराहे पर लगाई थी। जितनी जगह पर दुकान थी उससे तीन गुना जगह पर अतिक्रमण कर फर्नीचर, लोहे के एंगल लगाकर अतिक्रमण कर रखा था। एक दुकान तोड़ने के बाद निगम का अमला रुक गया। उसने संबंधित को पूरा सामान निकालने का मौका भी दिया। निगम का अमला शाम 4 बजे बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा। पुलिस ने आसपास की दुकानें बंद करवाई। यातायात को संभाला। इसी बीच जेसीबी ने दुकान तोड़ना शुरू कर दी। उसके सामने एक पान दुकान को भी निगम अमले ने हटा दिया।
अंबर कॉलोनी में शराब माफिया के मकान पर चले हथौड़े
नगर निगम के अमले ने गुरुवार को शराब माफिया अन्नू उर्फ अनुराग के अवैध मकान को तोड़ने की कार्रवाई की। निगम की टीम ट्रैक्टर ड्रिल लेकर मौके पर पहुंची थी लेकिन संकरी गली होने से उसे रास्ता नहीं मिला। इसके बाद निगम की गैंग ने हथौड़े चलाने शुरू किए। पटरियों के पास अंबर कॉलोनी में बनाए मकान पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे। इससे आने-जाने वाले पर नजर रखी जाती थी। निगम अमला पुलिस के साथ सुबह 11.30 बजे मौके पर पहुंचा। कार्रवाई शाम 4 बजे तक चली। इस दौरान गली में बनाए मकान की ऊपरी मंजिल तोड़ दी। इसके पहले पुलिस की मदद से निगम ने मंगलवार को अंबर कॉलोनी में बनाई बिल्डिंग की सिर्फ गैलेरी तोड़ी जबकि माफिया अन्नू ने मकान की दो मंजिल बगैर अनुमति के बना रखी है।
जिन्हें निगम ने नोटिस दिए, उनके जवाब भी आ गए
रौनक गुर्जर, सरस्वती नगर : निगम के अमले ने उसका मकान 80 फीसदी तोड़ दिया। ढांचा भवन में इसका एक और मकान बताया जा रहा है, जिसे जांच के नाम पर छोड़ दिया है।
ईश्वर भाया, कलाल सेरी : कोर्ट से स्टे ले आए हैं। ऐसे में अब निगम को कार्रवाई से पीछे हटना पड़ा।
अर्जुन पासी, तिलकेश्वर बस्ती : दस्तावेज पेश कर कहा- अनुमति अनुसार ही मकान बनाया।
मोती भाटी, पिपलीनाका : दस्तावेज पेश किए लेकिन अनुमति के बारे में नहीं बताया। निगम जांच में जुटा।
बालकृष्ण नागर, मालीपुरा : निगम अफसरों से और मोहलत मांगी, बगैर मोहलत के कार्रवाई नहीं कर रहा निगम।
यूसूफ मोहम्मद, जांसापुरा : दस्तावेज पेश करने की अवधि खत्म पर निगम अमला कार्रवाई नहीं कर रहा।
अनिल डागर, बिलोटीपुरा : परिजनों ने निगम अफसरों से कहा-जिसके लिए नोटिस मिला वहां मकान नहीं, मंदिर है।