डॉक्टर के अपहरण के मामले में नया मोड़





मृतक रुखसार पठान की सास वहीदा वीवी नासिर खान पठान, इनसेट मृतक रुखसार पठान





मृतक की सास ने लगाया डॉ. धर्मिष्ठा शाह पर आरोप


उनकी भूल के कारण मेरी बहू की हुई मौत


उसने न इंजेक्शन दिया, न ही खून चढ़ाया


 

अहमदाबाद /  एलिस ब्रिज इलाके की नवकार हॉस्पिटल में डिलीवरी के बाद महिला की हुई मौत के बाद उसके रिश्तेदारों ने डॉक्टर का अपहरण कर लिया था। उनका वीडियो बनाकर छोड़ दिया था। अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतक की सास ने डिलीवरी करने वाली डॉ. धर्मिष्ठा शाह पर आरोप लगाया कि उसने मेरी बहू को न तो इंजेक्शन दिया, न ही खून चढ़ाया। 


डॉ. धर्मिष्ठा पर आरोप


मृतक रुखसार पठान की सास वहीदा वीवी नासिर खान पठान ने भास्कर को बताया कि हम सुबह दस बजे बहू को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉ. धर्मिष्ठा ने कहा कि दर्द शुरू नहीं हुआ है। इसके बाद बोतल चढ़ाई गई, तो बहू को ठंड लगने लगी। तब डॉक्टर ने कहा कि अब उनका ऑपरेशन करना होगा। इसके बाद डॉक्टर ने बाहर के दो डाॅक्टर्स बुलाए। फिर 20 हजार रुपए भरने को कहा। इसके बाद 5 बजे कहा-बच्चेदानी का मुंह नहीं खुल रहा है, इसलिए ऑपरेशन किया। तब बेटी का जन्म हुआ। तब डॉक्टर ने कहा-अब खून बहुत बह गया है। बच्चेेदानी निकालनी होगी। इसलिए अब इसे वाड़ीलाल ले जाओ। तब हमने डॉ. धर्मिष्ठा से कहा कि आप हमारे साथ चलिए। तब दूसरे डॉक्टर ने कहा कि इस बहस का मतलब नहीं है, खून बहुत बह गया है। केवल 6 मिलीलीटर खून बचा है। हॉस्पिटल ले जाते समय रास्ते में ही मौत भी हो सकती है।


आप आखिरी समय में आए हैं
इसके बाद हम वाड़ीलाल अस्पताल गए। वहां बहू की हालत गंभीर होने के कारण केस लेने से इंकार कर दिया गया। फिर कहा गया कि बच्ची भी बच नहीं पाएगी। आप इसे आखिरी समय में लाए हैं। आपके पास केवल 15-20 मिनट का ही समय बचा है। इसके बाद साथ आए दोनों डॉक्टर्स चले गए। करीब 10-11 बजे डॉक्टर ने कहा कि अब कुछ नहीं हो सकता। डॉ. धर्मिष्ठा ने न तो इंजेक्शन दिया है और न ही खून चढ़ाया है।



डॉ. नकुम ने कहा था-केस बिगड़ गया है
मृतक की सास ने कहा कि मेरे बच्चों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की है, पर डॉक्टर का अपहरण नहीं किया है। कल्पेश नकुम ने खुद कहा है कि मुझे धर्मिष्ठा शाह ने 10 हजार रुपए का लालच दिया था। डॉ. नकुम ने कहा था कि हमसे केस बिगड़ गया था। गलत तरीके से टांके लगा दिए थे, इससे बच्चेदानी से खून बहने लगा था। दो-दो बच्चे अनाथ हो गए हैं। वाड़ीलाल अस्पताल के लोग कहते हैं कि डॉ. धर्मिष्ठा शाह का यह पांचवां केस है, इस केस में बच्ची की मौत हुई है। इसके पहले पटवा शेरी और शाहपुर का केस बिगड़ा था। वे इसके लिए बयान देने को तैयार हैं। 5 बजे डिलीवरी हुई और हमें इसकी जानकारी 8 बजे दी गई।



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