, दोनों का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर
मोहाली में दाल के पकोड़े व फास्ट फूड का काम करता था प्रवीण, पत्नी व बच्चों के साथ चंडीगढ़ के 29 सेक्टर में रह रहा था
सोमवार रात 11.53 बजे डिवाइडर से टकराने के बाद बिजली के खंभे में टकराई थी एक्टिवा, बाप-बेटे की मौत-पत्नी जख्मी
पठानकोट / चंडीगढ़ में हुए सड़क हादसे में पठानकोट के वार्ड-16 मोहल्ला घरथौली के रहने वाले बाप-बेटे की मौत हो गई। मंगलवार देर शाम चंडीगढ़ से दोनों के शव पठानकोट लाए गए और बुधवार दोपहर को नम आंखों से सिविल अस्पताल के सामने शमशान घाट में बाप-बेटे का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया।
मृतकों में मोहल्ला घरथौली का 35 वर्षीय प्रवीण और उसका बेटा रोहण थे। परिवार के मुताबिक 10 साल से प्रवीण अपनी पत्नी ज्योति के साथ चंडीगढ़ में रह रहा था। प्रवीण मोहाली फेज 3बी2 में पाल ढाबे के बाहर स्टाल लगाकर दाल के पकौड़े व फास्ट फूड का काम करता था। सोमवार देर रात मोहाली में काम खत्म कर प्रवीण कुमार अपनी पत्नी ज्योति व बेटे रोहन के साथ स्कूटी पर चंडीगढ़ सेक्टर 29 में वापस लौट रहा था। स्कूटी को प्रवीण चला रहा था। वहीं बेटा स्कूटी के आगे खड़ा था और स्कूटी के पीछे बैठी पत्नी ज्योति ने हाथ में क्रेट पकड़ा था। जब तीनों सेक्टर 34-35 लाइट प्वाइंट की ओर से आ रहे थे और सेक्टर 33-34 लाइट प्वाइंट की ओर जा रहे थे।
सेक्टर 33 गुरुद्वारे के सामने एक्टिवा अनियंत्रित हो गई। पहले एक्टिवा रोड डिवाइडर से टकराई और फिर बिजली के खंभे में जाकर टकराई। फुटेज के मुताबिक पहले बेटे का मुंह बिजली पोल से टकराया, फिर वह हवा में उछलकर सड़क पर दूसरी ओर जाकर गिरा। इसके बाद उसके पिता का मुंह पोल से टकराया और फिर वह अपनी साइड उछलकर कुछ दूरी पर जाकर गिरे। इसके बाद पत्नी पति से टकराने के बाद पीछे ही गिर गई। प्रवीण व बेटे रोहन की सड़क हादसे में हुई मौत की खबर पठानकोट में पहुंची तो परिवार में मातम छा गया और सभी परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था।
सीसीटीवी की फुटेज के मुताबिक सोमवार रात 11 बजकर 53 मिनट पर एक्सीडेंट हुआ था। वहीं उसी रात घटना से पहले साढ़े 8 बजे प्रवीण ने पठानकोट में वीडियो काल कर पूरे परिवार के साथ बात की थी। भाई सोहन लाल सोनू ने बताया कि प्रवीण ने सभी परिवार से बातचीत की और हालचाल पूछा था।
पत्नी व बेटा इसलिए जाते थे काम पर साथ
भाई सोहन लाल ने बताया कि कुछ दिनों से प्रवीण बीमार चल रहा था। इसलिए भाभी ज्योति भी प्रवीण के साथ बेटे को साथ लेकर काम पर जाती थी। भाई प्रवीण चंडीगढ़ में पत्नी के साथ कई वर्षो से रह रहा था। सोहन लाल सोनू व ज्योति ने पठानकोट पहुंच बताया कि उस दिन प्रवीण ने सकेतरी मंदिर में माथा टेकने गए थे।