मिसाल बनाने निकले थे मुसीबत बन गए
 



 आई बस से साढ़े तीन किमी चले दो मंत्री; कॉमन लेन में दौड़ता रहा लवाज़मा, आधे घंटे तक लगता रहा जाम लोक परिवहन में सरकार ; मिसाल बनाने निकले थे मुसीबत बन गए






 




इंदौंर .शहर में लोक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए गृह मंत्री बाला बच्चन और स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने शुक्रवार को आई बस से सफर किया। वे 12.55 बजे सत्य साईं चौराहे से आई बस में सवार हुए। उनके साथ अफसर, नेता और सुरक्षाकर्मियों की भीड़ के कारण आम लोग बस में चढ़ ही नहीं पाए। उन्हें अगली बस का इंतजार करना पड़ा। मंत्री इंडस्ट्री हाउस चौराहे पर बस से उतर भी गए। हालांकि अन्य अफसर बस, वैन आिद से दफ्तर पहुंचे। एक अफसर साइकिल से भी ऑफिस आए। पिछले शुक्रवार को ही कलेक्टर ने साप्ताहिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट डे की शुरुआत की थी।


ट्रैफिक को सुगम करने के लिए सभी को लोक परिवहन का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। इसके लिए कलेक्टर ने शुक्रवार को पब्लिक ट्रांसपोर्ट डे घोषित किया है। इसी के तहत शुक्रवार को गृह मंत्री बाला बच्चन, स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट के साथ कई अधिकारियों ने सिटी बस, आई बस में सफर किया। मंत्रियों के साथ एडीएम बीबीएस तोमर, एसडीएम सोहन कनाश व अन्य अधिकारियों ने भी लोक परिवहन का इस्तेमाल किया। मंत्रियों के साथ विधायक विशाल पटेल, कांग्रेस के कार्यकारी शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और अपर कलेक्टर बीबीएस तोमर भी थे।



पब्लिक ट्रांसपोर्ट में आम लोगों का विश्वास बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है : गृह मंत्री
सफर के दाैरान गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा लोगों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए विश्वास बढ़े, इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में आई बस के बाद ई-बस सेवा की शुरुआत भी की गई है। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा वर्तमान में बहुत से लोग लोक परिवहन सेवाओं का लाभ लेने लगे हैं, जो प्रदूषण कम करने और समाज में सकारात्मक संदेश देने की दिशा में अच्छा कदम है।



परियोजना अधिकारी साइकल से आए कलेक्टोरेट
शहरी विकास विभाग में परियोजना अधिकारी प्रवीण उपाध्याय साइकल चलाते हुए दफ्तर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सिटी बस की जगह साइकल को इसलिए चुना, क्योंकि इससे शरीर स्वस्थ रहता है। भोपाल में होने के चलते इस बार कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव सिटी बस में सफर नहीं कर सके, लेकिन अपर कलेक्टर दिनेश जैन ने आई बस और फिर सिटी बस से सफर किया। अपर कलेक्टर कैलाश वानखेड़े भी घर से कलेक्टोरेट तक सिटी बस से पहुंचे। अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा के साथ एसडीएम राकेश शर्मा, वरिष्ठ जिला पंजीयक बालकृष्ण मोरे ने भी आई बस से सफर किया।


पब्लिक ट्रांसपोर्ट डे-पब्लिक ही परेशान


मंत्री तो आई बस में सवार हो गए, लेकिन कॉमन लेन में उनके काफिले की दर्जनभर गाड़ियां दौड़ती रहीं। एक साथ इतनी संख्या में वीआईपी गाड़ियों के सड़क पर आने से बार-बार जाम की स्थिति बनती रही। दोनों मंत्री घर से सत्यसाईं आई बस स्टॉप तक काफिले से ही पहुंचे। गाड़ी से उतरते ही दोनों ने मीडिया से बात की, फिर टिकट लेकर बस में बैठे। इसमें करीब 15 मिनट लगे। तब तक काफिला चौराहे पर सड़क के दोनों साइड खड़ा रहा।