भोपाल, खजुराहो, पचमढ़ी सहित कई जगह विधायकों को ठहराने के इंतजाम होते रहे
कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि हमे पार्टी आलाकमान से जो आदेश मिलेगा, उसे पूरा करेंगे
भोपाल / महाराष्ट्र के हाई पॉलिटिकल ड्रामे का शनिवार को प्रदेश में भी सियासी असर दिखाई दिया। देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही कांग्रेस में चुनौती अपने विधायकों को एकजुट करने की दिखाई दी। यह बात सामने आई कि कांग्रेस के 44 विधायकों को मध्यप्रदेश लाया जा रहा है। इसके लिए भोपाल के बड़े होटलों समेत पर्यटन स्थल खजुराहो, महेश्वर, बांधवगढ़, पचमढ़ी और ओरछा में विधायकों के रुकने के इंतजाम किए जा रहे हैं। हालांकि देर रात तक किसी भी विधायक के भोपाल या प्रदेश में अन्य जगह पहुंचने की सूचना नहीं है।प्रदेश कांग्रेस ने भी अधिकृत तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की।
अजित पवार ने जनता के साथ धोखा किया है
सामान्य प्रशासन मंत्री डा. गोविंद सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में एनसीपी के एक धड़े ने भाजपा के साथ हो गया है यह प्रजातंत्र के साथ धोखा है। ये लोग प्रजातंत्र को बदनाम कर रहे हैं, आखिर ये चुनाव तो भाजपा के विरोध में लड़े थे, यदि हिम्मत है तो इस्तीफा दें और चुनाव लड़ें तो पता चल जाएगा।
पार्टी आलाकमान जो आदेश देगा, वो करेंगे
कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि हमे पार्टी आलाकमान से जो आदेश मिलेगा, उसे पूरा करेंगे। फिलहाल तो महाराष्ट्र से कांग्रेस विधायकों को मध्यप्रदेश लाने की कोई सूचना नहीं है, लेकिन यदि हमे इस तरह का कोई आदेश मिलता है तो उसका पालन करेंगे। यादव से जब यह पूछा गया कि कांग्रेस की अन्य राज्यों में भी सरकार है तो मध्यप्रदेश में विधायकों को रुकने की बात क्यों आ रही है तो उनका कहना था कि यहां कमलनाथ है।
अमित शाह राजनीति के आधुनिक चाणक्य
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा
कभी हार नहीं मानती और पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की रणनीति ने यह साबित कर दिया। महाभारत में शकुनी मामा ने कौरवों को खत्म करवा दिया था, बताइए शिवसेना में आखिर यह रोल कौन कर रहा है।
यहां मुख्यमंत्री खुद अपने विधायकों की गिनती करते हैं
नेता प्रतिपक्ष गाेपाल भार्गव ने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस अपने विधायकों को भोपाल भेज रही है, जबकि यहां खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने विधायकों की गिनती करते हैं। इसलिए महाराष्ट्र के विधायकों की चिंता को छोड़कर उन्हे यहां अपने विधायकों के बारे में सोचना चाहिए।
उद्धव ठाकरे अपनी ताकत दिखाएं
शिवसेना को सड़क पर उतरना चाहिए। ये भाजपा की उद्धव ठाकरे को भी चुनौती है। ठाकरे को यह बताना चाहिए कि शिवसेना की मुंबई में क्या ताकत है। कांग्रेस उनका साथ देगी। - दिग्विजय सिंह
खुद के खोदे गड्ढे में गिरी शिवसेना
महाराष्ट्र में शिवसेना ने जो गड्डा खोदा, वो उसी में जाकर गिर गई। शिवसेना की हालत तो यह यह हो गई है कि न खुदा मिला, न विसाले सनम। न इधर के रहे, न उधर के। -शिवराज सिंह