विस्तार परियोजना का स्टीम पाइप फटा, अनहोनी टली

कोरबा । एचटीपीपी विस्तार परियोजना 500 मेगावाट इकाई का एक्सट्रेशन स्टीम पाइप एकाएक फट गया। इससे किसी प्रकार अनहोनी नहीं हुई, पर झटका लगने से एचटीपीपी की 210 मेगावाट क्षमता की चार नंबर यूनिट बंद हो गई। ट्यूब लीकेज होने से एक अन्य 210 मेगावाट इकाई को भी बंद करना पड़ा। डीएसपीएम, पूर्व संयंत्र तथा मड़वा की भी इकाई तकनीकी खराबी से बंद रही। विद्युत कंपनी के सभी प्लांट से सिर्फ 812 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। विद्युत कंपनी के सभी पावर प्लांट में शनिवार को ग्रहण लग गया। चारों प्लांट की इकाइयां बंद रही। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह मड़वा की 500 मेगावाट एक इकाई रोटर ब्लेड टूटने से बंद पड़ी है। वहीं दूसरी 500 मेगावाट इकाई में भी तकनीकी खराबी आने से बंद हो गई। 1000 मेगावाट के प्लांट से बिजली उत्पादन नहीं हो रहा। इधर एचटीपीपी की 500 मेगावाट विस्तार इकाई के टरबाइन में वाइब्रेशन आने से बंद है। इस यूनिट को सुधार कार्य कर शनिवार को चालू किया। यूूनिट की क्षमता बढ़ाते वक्त अचानक एक्सट्रेशन स्टीम लाइन का पाइप तेज आवाज के साथ फूट गया। इसके साथ यूनिट पुनः बंद हो गई। जानकारों का कहना है कि इसका झटका 210 मेगावाट क्षमता की चार नंबर इकाई को लगा और वह भी बंद हो गई। इधर संयंत्र की एक नंबर 210 मेगावाट की इकाई ट्यूब लीकेज के कारण बंद हो गई। पिछले कुछ दिनों से खराबी होने के बाद भी इसे चलाया जा रहा था। 1340 मेगावाट क्षमता वाले इस प्लांट से सिर्फ 416 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। डीएसपीएम प्लांट की 250 मेगावाट क्षमता की एक नंबर यूनिट में भी तकनीकी खराबी आई है, तकनीकी कर्मी सुधार कार्य का प्रयास कर रहे हैं पर सफलता नहीं मिल सकी। प्रबंधन का कहना है कि रविवार सुबह तक यूनिट से बिजली उत्पादन होने लगेगा। पूर्व संयंत्र की 120 मेगावाट की छह नंबर इकाई को आवश्यक मेंटेनेंस काम के लिए बंद रखा गया है। विद्युत उत्पादन कंपनी के चारों प्लांट की सात इकाइयां शनिवार को बंद रही। हालांकि प्रबंधन का दावा है कि तीन इकाई देर रात तक चालू कर ली जाएंगी।


 

-सेंट्रल सेक्टर से बिजली ने उबारा संकट से


राज्य विद्युत कंपनी के पावर प्लांट की सात इकाइयों के बंद होने से उत्पादन क्षमता में गिरावट आ गई और आइपीपी तथा सीपीपी मिलाकर कुल 913 मेगावाट बिजली राज्य में उपलब्ध रही। सेंट्रल सेक्टर से 2417 मेगावाट बिजली लेकर उपभोक्ताओं को आपूर्ति की गई। पीक अवर्स में बिजली की डिमांड 3327 मेगावाट के करीब रही, जबकि उपलब्धता 3341 मेगावाट रही। जानकारों का कहना है कि सेंट्रल सेक्टर से बिजली मिलने पर राज्य में विद्युत संकट की स्थिति निर्मित नहीं हो सकी।


 

दो इकाई का बायलर ट्यूब लीकेज होने से बंद करना पड़ा है। देर रात तक दोनों इकाई चालू हो जाएंगी। 500 मेगावाट विस्तार परियोजना चालू करते वक्त एक्सट्रेशन स्टीम पाइप फट गया। तकनीकी कर्मी सुधार कार्य कर रहे हैं। रविवार की शाम तक यूनिट से बिजली उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है।


- एसके मेहता, मुख्य अभियंता, एचटीपीपी