वार्ड से नवजात को चुरा कर ले जा रहा था युवक, नानी ने छुड़ाया, भीड़ ने पीटा तो खिचड़ी बांटने आए लोगों ने भगाया

शिवपुरी। जिला अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में शुक्रवार की सुबह 8 बजे एक युवक घुस गया और नवजात शिशु को चुराकर ले जाने लगा लेकिन प्रसूता की मां ने देख लिया और झपट्‌टा मारकर बच्चे को छीन लिया। इसके बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई और आरोपी युवक की लात-घूसों से जमकर मारपीट शुरू कर दी। अस्पताल में समाजसेवा के नाम पर खिचड़ी बांटने आए कुछ लोगों ने आरोपी को पहचान लिया और पागल बताकर मौके से भागने मे मदद की। यही नहीं प्रसूता की मां और उसका पति सिटी कोतवाली थाने में केस दर्ज कराने गया, लेकिन तथाकथित समाजसेवियों ने बरगलाकर लौटा दिया। सबसे बड़ी खामी जिला अस्पताल प्रबंधन की सामने आई। परिसर के अंदर बच्चा चोरी की कोशिश के इस गंभीर मामले में सिविल सर्जन को जानकारी तक नहीं थी। दैनिक भास्कर द्वारा पूछे जाने के बाद कहा- अस्पताल प्रबंधन मामले की पड़ताल करा रहा है। आरोपी मेन गेट से ओटी से होते हुए लेबर रूम और फिर पीछे की तरफ पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती जच्चा-बच्चा के पास तक पहुंच गया। 


पीड़ित कोतवाली पहुंचे तो समाजसेवियों ने लौटा दिया


रामदेही पत्नी कैलाश कोरी निवासी ग्राम बेरजे की ऑपरेशन से डिलीवरी में बेटे को जन्म दिया है। अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती रहते हुए शुक्रवार को पांचवां दिन था। सुबह करीब 8 बजे एक युवक आया और रामदेवी से कहा कि बच्चे को दूध पिलाओ। मदद के नाम से व्यक्ति ने बच्चे को हाथों लिया और गेट की तरफ जाने लगा। इसी दौरान रामदेही की मां शकुन कोरी आ गई और तुरंत युवक के हाथ से बच्चा छीन लिया। हाथापाई में युवक का मोबाइल गिर गया। भागने की कोशिश में गार्ड व दूसरे लोगों ने व्यक्ति को पकड़ लिया और मारपीट करते हुए अंदर से बाहर परिसर तक ले आए। इसी बीच अस्पताल में खिचड़ी बांटने आए कुछ तथाकथित समाजसेवियों ने युवक को सुई-धागा दुकानदार के रूप में पहचान लिया।


रामदेही के पति कैलाश व मां शकुन सिटी कोतवाली थाने पहुंच गए। इसकी भनक लगते ही वही समाजसेवी कोतवाली थाने आ गए और यहां भी युवक को पागल बताते हुए मोबाइल वापस ले लिया जिससे केस दर्ज नहीं हो सका है। वहीं अस्पताल प्रबंधन मामले से पूरे दिन अनभिज्ञ बना रहा। कुछ माह पहले भर्ती मरीज की गला रेतकर हत्या भी हो चुकी है।


मोबाइल में अश्लील वीडियो, जिसे समाजसेवियों ने ले लिया


जिस व्यक्ति की मारपीट की गई, उसका मोबाइल वार्ड में ही गिर गया था। मोबाइल में अश्लील वीडियो की भरमार थी। साथ ही अश्लील वीडियो चल रहा था, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह वीडियो देखकर ही गलत भावना के साथ व्यक्ति वार्ड में घुसा था। प्रसूता के परिजन से समाजसेवियों ने मोबाइल ले लिया। वहीं मारपीट के समय एक कर्मचारी मोबाइल में वीडियो बना रहा था, यह देखकर व्यक्ति ने झपट्‌टा मारा और मोबाइल बंद करा दिया।


परिजनों ने शिकायत की तो नर्सें बोलीं- वह ताे पहले भी आ चुका है
बच्चा चोरी करने की कोशिश को लेकर परिजन ने ड्यूटी नर्सों से शिकायत की। नर्सों ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कहने लगीं कि यह व्यक्ति दो-तीन बार पहले भी वार्ड में आ चुका है। लोगों ने इसे भगाया था। गार्ड ने भी व्यक्ति को पकड़ लिया था लेकिन प्रबंधन की तरफ से कोई पहल नहीं हुई।


एक युवक ने बच्चा चोरी करने की कोशिश की है। मामले में जानकारी हासिल कर रहे हैं। जल्द ही आरोपी को ढूंढ़कर प्रकरण दर्ज कराएंगे। किन लोगों ने व्यक्ति को भगाने में मदद की है, उनको भी चिह्नित करेंगे।


डॉ. एमएल अग्रवाल, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल, शिवपुरी