ताहिर का मददगार रियासत 4 दिन की रिमांड पर, उसके पिता को जेल

नई दिल्ली / ताहिर हुसैन की मदद करने वाले जिन तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, उनमें दो पिता -बेटे भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है इस केस में तारिक रिजवी को जमानत पर छोड़ दिया गया है। जबकि दोनों पिता- बेटे लियाकत और रियासत को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से रियासत को चार दिन की रिमांड पर लिया गया। वहीं, उसके पिता लियाकत को पुलिस ने जेल भेज दिया है। एसआईटी की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा ताहिर हुसैन अभी पुलिस के सामने खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहा है। वह सहयोग तो कर रहा है लेकिन पूरी तरह से खुलकर जानकारी नहीं दे रहा। बस एक ही रट लगा रखी है उसने कोई गलत काम नहीं किया। अगर आपको लगता है कि मैं झूठ बोल रहा हूं तो नार्को टेस्ट कर सच्चाई उगलवा सकते हैं। पुलिस उसके सभी दावे की जांच कर रही है। दूसरी ओर अभी तक दंगे के मामले में कुल 702 केस दर्ज किए जा चुके हैं। जिस पर पुलिस ने 2387 लोगों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई की है। आर्म्स एक्ट के भी 49 केस दर्ज हो चुके हैं। रविवार को करावल नगर इलाके में पुश्ते के पास एक सड़ी हालत में शव पुलिस ने बरामद किया है।


ताहिर हुसैन ने एसआईटी को दी कॉल्स की रिकॉर्डिंग 


एसआईटी के सामने ताहिर हुसैन लगातार खुद के बेगुनाह होने का दावा कर रहा है। दंगे के दौरान वह लगातार पुलिस को कॉल कर जानकारी देता रहा। मदद के लिए गुहार लगाता रहा। उसने पुलिस के सामने पांच फोन कॉल्स की रिकॉर्डिंग पेश की है, जिसमें एक कॉल तो उसने ईस्टन रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार को किया था। पुलिस और पार्षद के बीच फोन पर हुई बातचीत को सुन जांच टीम भी पसोपेश में है। अब सवाल ये है कि अगर वह खुद दंगे का पीड़ित होने का दावा कर रहा है तो फिर उसके घर में मौजूद भीड़ में शामिल लोग कौन थे। क्या पुलिस के पास मदद के लिए की गई कॉल्स भी दंगे की एक साजिश का हिस्सा थी।  पुलिस के साथ हुई बातचीत की तीन कॉल 24 फरवरी और दो कॉल 25 फरवरी की है।


कॉल के दौरान हुई बातचीत के अंश


24 फरवरी | 3: 11 pm : पीसीआर को कॉल कर ताहिर हुसैन बोलता है उसके घर गेट तोड़ भीड़ घुस आई है। लोगों की संख्या सैकड़ों में है, जो लगातार छत से पथराव कर रहे हैं। जल्द पुलिस उनके पते पर भेजी जाए। 


24 फरवरी | 3: 54 pm : पीसीआर को फोन कर पार्षद ताहिर हुसैन कहता है वह कई बार पुलिस कॉल कर चुका है। यहां चार पांच घंटे से दंगा चल रहा है। अभी तक पुलिस नहीं आई। हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जल्द पुलिस भेजे और मदद करें।


24 फरवरी | 5: 10 pm : इस बार कॉल के दौरान ताहिर हुसैन कहता है उसकी छत पर बड़ी संख्या में लोग चढ़ आए हैं। अभी तक पुलिस नहीं आई है। दूसरी तरफ से पुलिस वाला बोलता है, वह उनके मैसेज को दो बार आगे भेज चुका है। पुलिस आ रही है।


25 फरवरी | 4: 14 pm : ताहिर हुसैन पुलिस से कहता है कि यहां पर पुलिस फोर्स नहीं है। फिर से दंगा हो रहा है। वह अभी यहां नहीं है, लोगों से उसे जानकारी मिल रही है। कृपया वहां जल्दी पुलिस भेजें। दूसरी ओर से पुलिस वाला कहता है ताहिर भाई ज्यादा मत घबराओ। 


25 फरवरी | 4: 25 pm : यह कॉल ताहिर हुसैन ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार को करता है। अपना परिचय देते हुए वह बताता है कि यहां से पुलिस फोर्स हट गई है, जिस कारण फिर से पत्थरबाजी शुरू हो गई है। हालात बिगड़ सकते हैं, कृपया पुलिस भेज मदद करें।


इधर, शरारती तत्वों ने की मूर्ति खंडित कर फिर माहौल बिगाड़ने की कोशिश, केस दर्ज  


नार्थ ईस्ट दिल्ली में माहौल को एक बार फिर खराब करने की कोशिश हो रही है। कुछ शरारती तत्वों ने बाबरपुर रोड के शिव मंदिर में एक मूर्ति को खंडित कर दिया। इस घटना की खबर मिलते ही लोग एकत्रित हो गए और नारेबाजी हुई। किसी तरह पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया। बहरहाल, मामले में शिकायत मिलने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक कर रही है। 


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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