वडोदरा / स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने गया शहर के एक परिवार की कार नर्मदा केनाल में गिर जाने से चार सदस्यों के शव मिले। इसके बाद एक महिला लापता थी, जिसका शव शुक्रवार को नर्मदा केनाल में ही मिल गया। परिवार के मुखिया कल्पेश परमार की पत्नी तृप्ति का शव शिनोर तहसील के पुनियाद गांव के पास नर्मदा केनाल से मिला। यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि कल्पेश कर्ज में डूब गया था, इसलिए सामूहिक आत्महत्या की गई।
एक मार्च को परिवार घूमने निकला था
शहर के नवापुरा में रहने वाले कंम्यूटर की खरीद-फरोख्त करने वाले व्यापारी कल्पेश चंदूभाई परमार एक मार्च को अपनी पत्नी तृप्ति, मां उषा बेन, बेटे अथर्व और बेटी नियती को लेकर केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने निकले थे। इसके बाद परिवार वापस नहीं आया, तो परिवार वालों ने पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवाई। इस पर पुलिस की 7 टीमों ने परिवार की खोजबीन शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी की जांच की, तो पता चला कि आखिरी बार यह परिवार डभोई वेगा चौकड़ी के पास एक होटल में खाना खाने के लिए रूका था। तब उनका मोबाइल का लोकेशन शंकरपुरा बता रहा था। शंका के आधार पर नर्मदा केनाल में शंकरपुरा के पास खोजबीन शुरू की। तब नर्मदा की पोर शाखा के केनाल में एक कार दिखाई दी।
क्रेन की मदद से कार निकाली गई
पुलिस ने तुरंत फायर ब्रिगेड को फोन किया, तब क्रेन की मदद से कार निकाली गई। कार से परिवार के चार सदस्यों के शव मिले। लेकिन तृप्ति के शव का पता नहीं चल पाया। शुक्रवार को फिर खोेजबीन किए जाने पर शिनोर तहसील के पुनियाद गांव के पास नर्मदा केनाल में ही तृप्ति का शव मिला।
दुर्घटना या सामूहिक आत्महत्या
कल्पेश की कार केनाल के पास एक कच्चे रोड पर रांग साइड पर जाने के बाद केनाल में गिर गई थी। तब सवाल यह उठता है कि कल्पेश ने कच्चे रास्ते पर कार क्यों उतारी? कल्पेश रास्ता भूल गए थे, या फिर जानबूझकर उन्होंने कार कच्चे रास्ते पर उतारी? ऐसे अनेक सवाल हैं, जो इस दुर्घटना को संदिग्ध बनाते हैं। संभवत: यह सामूहिक आत्महत्या का मामला हो, क्योंकि यह कहा जा रहा है कि कल्पेश पर भारी कर्ज चढ़ गया था।
परिवार के 4 सदस्यों का अंतिम संस्कार
उधर गुरुवार को परिवार के चारों सदस्यों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। तृप्ति का अंतिम संस्कार अभी नहीं हुआ है। एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मौत ने नवापुरा इलाके को दहला दिया है।