सरकार ने बनाई स्टेट टास्क फोर्स, सेकेंडरी स्कूलों में बीमार होने पर न आने की सलाह, मेट्रो ने भी कसी कमर

नई दिल्ली / कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए केंद्र के साथ दिल्ली सरकार भी हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है। नगर निगम, पुलिस व सभी संबंधित विभागों के अधिकारी फोर्स के सदस्य होंगे। वहीं तीनों एमसीडी ने एहतियात के तौर पर स्कूलों में होने वाली प्रार्थना सभा रद्द करने का फैसला किया है। कर्मचारियों के बायोमैट्रिक अटेंडेंस लगाने पर भी फिलहाल रोक लगा दी है। एमसीडी ने इसके लिए बकायदा एडवाइजरी जारी की है। विभाग प्रमुखों को मैनुअल अटेंडेंस लगाए जाने का प्रबंध करने को कहा गया है। एडवाजरी में यह भी कहा गया है कि सभी स्कूलों मेें एक नोडल टीचर नियुक्त करें। जागरूकता के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, डिबेट, लेक्चर आदि का आयोजन किया जाए। ईस्ट एमसीडी ने स्वामी दयानंद और वीर सावरकर अस्पताल में एक-एक आइसोलेशन वार्ड बनाने का भी फैसला किया है। इसके अलावा बुखार के मरीजों के लिए खास ओपीडी अस्पतालों में चलाने की एडवाइजरी जारी की गई है। इस तरह की एडवाइजरी तीनों एमसीडी ने जारी की है। नॉर्थ एमसीडी ने कस्तूरबा और हिंदूराव अस्पताल में कोरोना के लिए विशेष वार्ड बनाया हुआ है। अब महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग अस्पताल, राजनबाबू टीबी अस्पताल और बालकराम अस्पताल में भी विशेष वार्ड बनाया जाएगा। नॉर्थ एमसीडी ने सभी सरकारी इमारतों से लेकर स्कूलों में कोरोना को लेकर जागरुकता के विशेष स्टीकर तैयार कराए हैं। पांच लाख स्टीकरों की मदद से लोगों को बीमारी के लक्षण और बचाव की जानकारी दी जाएगी। जामिया मिलिया की वीसी प्रो. नजमा अख्तर ने छात्रों के परिजनों को संदेश भेजा है।


निर्देश: होटलों को उपलब्ध करानी होगी अन्य देशों के गेस्ट की जानकारी 
तीनों एमसीडी ने होटल और गेस्ट हाउसों को निर्देश दिया है कि अब किसी भी देश के आने वाले गेस्ट की जानकारी वह अपने पास रखें और प्रतिदिन के आधार पर उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही होटल एवं गेस्ट हाउसों के मैनेजर और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है कि कोई भी व्यक्ति अगर उनके यहां ठहरता हैं और उसमें खासी जुकाम आदि के लक्षण हैं तो उसकी जानकारी भी निगम को देनी होगी। पहले यह जानकारी केवल चाइना, थाइलैंड, सिंगापुर, हॉगकांग और चाइना से आने वाले पर्यटकों की ले जा रही थी।
 


सुविधा: सीबीएसई परीक्षा केंद्रों में सेनिटाइजर और मास्क ले जा सकेंगे छात्र
कोरोना वायरस के खौफ को देखते हुए अभिभावकों ने सीबीएसई से पूछा कि परीक्षा के दौरान छात्र मास्क और सेनिटाइजर्स ले जा सकेंगे या नहीं। बार-बार आए सवालों को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड ने साफ किया है कि फेस मास्क और सेनिटाइजर्स अगर स्टूडेंट्स चाहें तो परीक्षा केंद्र के अंदर ले जा सकते हैं। बोर्ड ने कहा है कि वर्तमान में कोरोना वायरस से बचाव के लिए इस तरह का फैसला लिया गया है।


अहम बात: इटली नहीं ऑस्ट्रिया से दिल्ली आया था कोरोना का पहला मरीज
दिल्ली में कोरोना का पहला मरीज 25 फरवरी को ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना से लौटा था। वह भारत से टूरिस्ट वीजा लेकर इटली गया था। वहां से सड़क मार्ग से विएना पहुंचा था। वहां फ्लाइट से आईजीआई एयरपोर्ट आ गया। दरअसल जब भारत आया, उस वक्त ऑस्ट्रिया से आने वाले लोगों की कोरोना वायरस की थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य नहीं थी। यही वजह रही कि वह बिना स्क्रीनिंग के अपने घर पहुंच गया। कोरोना से संक्रमित शख्स ने अपने बेटे का जन्मदिन दिल्ली के हयात रेजिडेंसी में मनाया और फिर वहां से आगरा चला गया। उसके दो बेटे नोएडा के एक स्कूल में पढ़ते हैं, ऐसे में उन स्कूलों को भी बंद करने का फैसला लिया गया है, ताकि वायरस के संक्रमण से बचा जा सके। सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में जिन-जन लोगों से वह मिले और जहां-जहां गए, हम उनके संपर्क में आने वाले 88 लोगों को चिन्हित कर उनकी जांच करने की कोशिश कर रहे हैं। मंगलवार देर रात एक मेडिकल टीम मयूर विहार स्थित मरीज के घर पर पहुंची। मेडिकल टीम ने आसपास रहने वाले लोगों को कोरोना से बचाव के तरीके बताने के साथ ही कुछ लोगों के ब्लड सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेज दिया।


तैयारी:  प्रमुख स्टेशनों पर पर जानकारियां देगी मेट्रो
कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन जागरूकता अभियान चलाएगी। मेट्रो की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस के संबंध में करने और न करने योग्य बातों के लिए प्रमुख स्टेशनों पर हिंदी और इंग्लिश में विज्ञापन चलाया जाएगा। राजीव चौक, कश्मीरी गेट, केंद्रीय सचिवालय, चांदनी चौक और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर विज्ञापन डिजीटल प्लेटफार्म पर चलते हुए दिखेंगे। दिल्ली सरकार ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूलों के बच्चों में कोरोना के बारे में जागरूकता पैदा कीजिए।


बड़ा सवाल: थर्मल स्कैनिंग के बावजूद एयरपाेर्ट पर क्यों नहीं हो पा रही पहचान 


केंद्र सरकार ने दिल्ली एयरपोर्ट पर आने वाले विदेशी नागरिकों की थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की थी। सवाल यह है कि इसके बावजूद ऑस्ट्रिया और इटली से आए संक्रमित लोगों की पहचान क्यों नहीं हो सकी? आखिर क्यों उन्हें आइसोलेशन सेंटर में नहीं भेजा गया। बता दें कि कोरोना के संक्रमण से देशवासियों को बचाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यात्रा से जुड़ी एक एडवाइजरी जारी की है। भारतीय नागरिकों को खासतौर चीन सहित सिंगापुर, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान, सिंगापुर और इटली की गैरजरूरी यात्रा न करने की सलाह दी गई है। वहीं, अच्छी क्वालिटी वाले मास्क भी लोगों को नहीं मिल पा रहे। दिल्ली दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष कैलाश गुप्ता ने बताया कि इस समय मांग बहुत है लेकिन स्टॉक उपलब्ध नहीं है।


कोरोना से डरें नहीं


कोरोना वायरस के संक्रमण ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों में खाैफ पैदा कर दिया है। लेकिन इससे डरने की नहीं बल्कि अलर्ट रहने और बचाव की जरूरत है। छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर इस बीमारी को मात दी जा सकती है। मौसम में गर्मी बढ़ने पर भी इससे राहत मिल जाएगी।


जानिए क्या है कोरोना वायरस
दरअसल यह इस वायरस का ही नाम है। कोरोना वायरस से इस रोग की शुरुआत चीन के वुहान शहर में सबसे पहले हुई थी। इस वायरस के चलते रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और कुछ सर्दियों जैसे आम लक्षण दिखाई देते हैं।


आखिर किस तरह फैलता है कोरोना


इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने के कारण फैलता है। आमतौर पर यह वायरस खांसने और छींकने से ही सबसे ज्यादा फैलता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के द्वारा छुए गए किसी भी सामान या फिर ऑब्जेक्ट पर कोरोना वायरस मौजूद रहता है। अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति उस सामान को छू लेता है तो इस कारण भी कोरोना वायरस फैलता है।


ये हैं लक्षण


कोरोना वायरस के लक्षण में अभी तक डॉक्टरों के द्वारा कुछ खास लक्षण बताए गए हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को बुखार खांसी और सांस लेने में कमी होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ अन्य केस में यह सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और बहुत ही कम केस में संक्रमित व्यक्ति बेहोश हो जाता है। इसके लक्षण सर्दी-खांसी जैसे ही दिखाई देते हैं। इसलिए लोगों को समझने में भी मुश्किल हो जाती है।


उपाय | इससे कैसे बचें


कोरोना से बचने के लिए आपको हाईजीन यानी साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा।


हाथों को थोड़ी-थोड़ी देर में सैनिटाइजर से साफ करें या फिर साबुन से अच्छे से धोएं।


जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण हों, उनके पास ना जाएं। अगर आप में ऐसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


खूब पेय पदार्थ पिएं और दही खाते रहें।


गंदे हाथ से आंख, नाक, मुंह न छुएं।


लोगों से गले लगने और हाथ मिलाने से बचें।