पैसे नहीं थे तो पढ़ने के लिए रोज चार किमी पैदल चलना पड़ा, अब रोबोटिक्स से लेकर ऑटोमेशन सिखा रहीं

नई दिल्ली  / महाराष्ट्र का छोटा-सा शहर अकोला। यहां जन्मीं काजल प्रकाश राजवैद्य की कंपनी अब देश के नामी स्कूल-कॉलेजों व संस्थाओं को आधुनिक तकनीक में दक्ष कर रही हैं। छात्रों को खेल-खेल में रोबोटिक्स, ऑटोमेशन जैसी टेक्नोलॉजी सिखा रही है। महज 21 साल की उम्र में यानी वर्ष 2015 में काजल ने ‘काजल इनोवेशन एंड टेक्निकल सॉल्यूशन किट्स’ कंपनी स्थापित कर दी। यह भी तब जबकि उनके पास बिजनेस का अनुभव नहीं था। पिता एक पान ठेला चलाते थे। आमदनी ज्यादा होती नहीं थी इसलिए उन्होंने एक निजी बैंक के रैकरिंग एजेंट की नौकरी कर ली। काजल को चौथी क्लास तक जिला परिषद के स्कूल में पढ़ाया मगर घर की माली हालत ठीक न होने पर चार किलो मीटर दूर स्थित मनुताई कन्या शाला में दाखिल करा दिया गया। यहां लड़कियों से फीस नहीं ली जाती है। यहां काजल रोज पैदल जाती थीं। काजल की जिंदगी का टर्निंग पॉइंट उस वक्त आया, जब उन्होंने दूरदर्शन पर रोबोट से जुड़ा एक शो देखा। उन्होंने संकल्प लिया कि अब वह भी एक दिन रोबोट बनाएंगी। कॉलेज की पढ़ाई के वक्त पिता की नौकरी छूट गई। घर-गृहस्थी और भी खस्ताहाल हो चली। फिर लोन लेकर जैसे-तैसे इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया। यहां पर काजल ने नई टेक्नोलॉजी के लिए एक सिलेबस तैयार कर पुणे के कॉलेजों में जाकर छात्रों के साथ उसे शेयर किया। यहां असफलता हाथ लगी पर हार नहीं मानीं। अकोला लौटकर किसी तरह छिटपुट कामों से अपना खर्च निकालने लगीं। इसके साथ ही कोचिंग आदि से बचे समय में इंटरनेट के जरिए रोबोटिक्स सीखती रहीं। कुछ समय बाद वह प्राइमरी स्कूलों में जाकर पांचवीं कक्षा के बच्चों की रोबोटिक्स वर्कशॉप लेने लगीं। यहीं से काजल ने कंपनी की शुरुआत कर दी। अब उनकी कंपनी महाराष्ट्र के सबसे बड़े तकनीकी-व्यावसायिक स्किल डेवलपमेंट सेंटर में से एक है। देश के हर बीस में से एक टेक्नो-कमर्शियल पेशेवर को उनकी कंपनी ने ट्रेनिंग दी है। 


रोबोटिक्स व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सर्विस देती हैं


काजल की कंपनी बच्चों को रोबोटिक्स, ऑटोमेशन, बॉयोमेडिकल इंस्ट्रुमेंट समेत विभिन्न सॉफ्टवेयर आधारित सर्विसेज की ट्रेनिंग देती है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सर्विस भी मुहैया कराती है। इस समय यमन, सिंगापुर, अमेरिका तक कंपनी के क्लाइंट्स हैं। मुंबई में राष्ट्रीय रोबोटिक्स प्रतियोगिता में छात्रों को मात देकर संस्थान की छात्राएं जीत गईं। अब लड़कियां काजल के साथ, अमेरिका में भारत के प्रतिनिधित्व की तैयारी में जुटी हैं। काजल को बेस्ट आंत्रप्रेन्योर अवॉर्ड, यूएसए के टाइम्स रिसर्च अवार्ड और स्टार्टअप इंडिया के एग्रीकल्चर इनोवेशन अवार्ड मिल चुके हैं।


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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