मेडिकल स्टोर की आड़ में धंधा कर रहे गिरोह से 40 लाख नशीली दवाएं और कैप्सूल बरामद

चंडीगढ़ /  पंजाब पुलिस ने नशे की बरामदगी के साथ साइकोट्रोपिक नशों के गैर कानूनी कारोबार के साथ जुड़े रैकेट के 4 आराेपियाें काे गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 40 लाख 1 हजार 40 नशीली गोलियां, कैप्सूल और टीके जब्त किए गए हैं। इसकी कीमत करीब 4 से 5 करोड़ है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि मथुरा (यूपी) में स्थित एक गोदाम पर बरनाला पुलिस की टीम ने रेड कर नशे की खेप का पकड़ा है। 3 आरोपियों को बरनाला से और चौथे को मथुरा से पकड़ा गया है। डीजीपी ने बताया कि एसएसपी संदीप गोयल के नेतृत्व में  सीआईए बरनाला पुलिस टीम ने जाल बिछाया था। सबसे पहले मोहन लाल निवासी गांव उप्पली को पहले 800 नशीली गोलियों (अलपरासेफ 0.5 मिलीग्राम) के साथ पकड़ा गया। उससे  पूछताछ पर 3 अन्य को पकड़ा गया। उनकी पहचान बलविंदर कुमार निवासी किला मोहल्ला, बरनाला (ओम शिवा मेडिकल हॉल बरनाला) व नरेश मित्तल उर्फ रिंकू  (वीरू राम ठाकुर दास मेडिकल स्टोर सदर बाजार बरनाला) के तौर पर हुई। उनके पास से 1 हजार 700 नशीली गोलियां (क्लोविडोल 100 एसआर) पकड़ी गईं। इसके अलावा 1800 नशीली गोलियां, एक कार और 5 लाख रुपए बरामद किए गए।  


स्टोर मालिक तस्कर रिंकू ने 6 माह पहले खरीदी थी 2 करोड़ की प्रॉपर्टी


वीरू राम ठाकुर दास मेडिकल स्टाेर के मालिक नरेश उर्फ रिंकू का शहर में अच्छा रूतबा है। पुलिस के मुताबिक 6 माह पहले उसने 2 कराेड़ रुपए की प्राॅपर्टी खरीदी थी। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। वहीं, डीजीपी ने बताया कि मुख्य आरोपी नरेश मित्तल जो अपने मेडिकल स्टोर पर नशीले पदार्थ प्राप्त कर रहा था से पूछताछ के दौरान पंजाब समेत अन्य राज्यों से साइकोट्रोपिक ड्रग्ज की सप्लाई की एक श्रृंखला का पर्दाफाश किया गया है। मित्तल द्वारा किए खुलासे पर कार्रवाई करते पुलिस टीम ने इस रैकेट से संबंधित तैय्यब कुरैशी  निवासी मथुरा का पता लगाया। तैय्यब को मथुरा में 80 हजार नशीली गोलियों (क्लोविडोल 100 एसआर) के साथ गिरफ्तार  किया गया। इसके बाद, 39 लाख 21 हजार 40 नशीली गोलियां (क्लोविडोल 100 एसआर), कैप्सूल और इंजेक्शन मथुरा के गोदाम में से बरामद किए गए।


ये दवाएं बरामद कीं


नशीली गोलियां 


क्लोविडोल 100 एसआर की 3,20,000 गोलियां।


ट्रेडोल 100 की 2,10,600 गोलियां।  


प्रोजाेलम 0.5 की 23,40,000 गोलियां।


अल्टीमेसिट की 28,800 गोलियां।


अल्को-1 की 4,80,000 गोलियां।


टारमोनिल एक्सट्रा की 40,000 गोलियां।


कैप्सूल


परवोरिन-सपास के 1,75,800 कैप्सूल। 


सिमप्लेक्स प्लस के 1,29,040 कैप्सूल।


फोरीडोल के 1,35,000 कैप्सूल।


लूज टेबलेट के 25,000 कैप्सूल ।


इंजेक्शन


पैनाज़ोन के 36,800 इंजेक्शन पकड़े गए।