लड़का-लड़की में प्रेम था, समाज ने एक-दूसरे के घर में बच्चों की शादी का प्रस्ताव दिया, लड़के के पिता ने नहीं माना, तो मार दिया

पटियाला /भगाकर शादी करने वाले लड़के के पिता द्वारा उसी घर में अपनी लड़की देने के समाज के फैसले को नहीं मानने से नाराज लड़की के भाइयों ने लड़के के पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी। 4 मार्च को लड़का-लड़की ने घर से भाग कर शादी कर ली थी और वह तभी से घर से फरार चल रहे थे। राजपुरा के खानपुर गंडिया इलाके के ईंट-भट्ठे में रह रहे यूपी के मुजफ्फरनगर इलाके के रहने वाले दो मजदूरों के परिवारों में पिछले 5 दिन से इस मुद्दे पर तनाव चल रहा था। समाज के लोगों ने दाेनाें परिवाराें में सुलह कराने के लिए दोनों परिवाराें में लड़कियाें की अदला-बदली फरमान दिया, जाेकि लड़की वालाें काे ताे मंजूर था लेकिन लड़के का पिता बेटी के नाबालिग होने की वजह से फैसले से सहमत नही था। उधर, थाना खेडी गंडिया पुलिस ने शनिवार की देर शाम बेटे मोनू के बयान पर हत्या की विभिन्न धाराओं में लड़की के तीन भाईयाें और एक रिश्तेदार सहित 4 लाेगाें के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया हालांकि देर रात खबर लिखे जाने तक काेई गिरफ्तारी नहीं हाे सकी। शुक्रवार की रात काे हुई इस हत्या पर मृतक की पत्नी ने किसी को शव को हाथ नहीं लगाने दिया वह इस बात पर अड़ी रही कि बेटे के आने तक वह किसी का हाथ नही लगाने देगी।
 दोनों की है अलग-अलग जाति
मुजफरनगर का रहने वाला रामू (50) करीब 4 महीने पहलें खानपुर गंडिया में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने के लिए परिवार सहित आया था। उसी के गांव का ही रहने वाला लड़की का पिता जल सिंह भी चार महीने पहलें इसी ईंट-भट्ठे पर काम करने को साथ आया था। जल सिंह की बेटी सत काैर (25) और रामू का बेटा राेहित कुमार (26) का प्रेम प्रसंग था, जिसकी भनक परिवार के किसी भी सदस्य काे नही थी। जातियां अलग-अलग हाेने की वजह से दोनों काे इस बात का डर था कि शादी के लिए उनके परिवार कभी राजी नही हाेंगे। इसलिए दाेनाें फरार हो गए।


बेटी नाबालिग होने का हवाला दे लड़के के पिता ने नहीं माना था फैसला: दाेनाें परिवाराें में 4 मार्च के बाद से ही चल रहे तनाव काे देखते हुए ईंट भट्ठे पर काम करने वाले अन्य मजदूराें ने सुलह करवाने की कोशिश की। फैसला हुआ कि रामू की बेटी की शादी सत काैर के भाई से करवा दी जाए। दाेनाें परिवाराें में लड़कियाें की अदला-बदली के समाज के फैसले से लड़की का पिता जल सिंह और उसका परिवार ताे सहमत हाे गया लेकिन राेहित का पिता रामू काे यह फैसला मंजूर नही था। अपनी बेटी के नाबालिग हाेने का हवाला देते हुए फैसले काे सिरे से खारिज कर दिया। लड़की-लड़के के आने की बात कह मामला टालने से लड़की के भाईयाें में बेहद गुस्सा था। शुक्रवार रात कोभाई सिंदर सिंह, गुड्डु, शिबू और रिश्तेदार सागर ने रामू के घर उसका गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हाे गए। बड़े बेटा माेनू के पहुंचने पर शनिवार सुबह करीब साढ़े 12 बजे रामू के शव काे लेकर सिविल अस्पातल पहुंचे, जिसकी जानकारी डाॅक्टराें ने थाना खेडी गंडिया पुलिस काे दी।