ढेलवाडीह । एके गुरुकुल रानी लक्ष्मी बाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ढेलवाडीह में राष्ट्रीय गर्ण बधिरता जागरूकता पखवाड़ा अंतर्गत शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बच्चों के कान को जांच कर समय-समय पर उन्हें अपने कानों को साफ करते रहने कहा गया। जांच के दौरान पाया गया कि ढेलवाडीह क्षेत्र में बच्चों के कान में डस्ट की मात्रा ज्यादा है। इन्हें समय अनुसार बीच-बीच में अपने कान को साफ करना चाहिए, जिससे उनके कान में किसी प्रकार का घाव न हो। शिविर में जिला अस्पताल से डॉ. ज्योति बाला अडियोलजिस्ट ने सेवा दी। शिविर के माध्यम से विद्यालय के बड़े बच्चों एवं छोटे बच्चों के कान की जांच की गई। बताया गया की जन्म के एक माह के भीतर जांच, तीन माह के भीतर सुनने की क्षमता का मूल्यांकन और जन्म के छह माह के भीतर कारण जानकर इलाज शुरू करना चाहिए। साथ ही सभी बच्चों को तेज आवाज वाले एवं ज्यादा शोरगुल वाले जगह में जाने से बचने की सलाह दी गई। हेडफोन एवं इयरफोन के उपयोग के समय आवाज काम रखने, गंदे पानी व नदी नलों की पानी से कानों को बचाने की सलाह एवं कान में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर बिना किसी डॉ. की सलाह के कोई भी ड्रॉप न डालने की सलाह दी गई। जिला अस्पताल के इस कैंप एवं डॉ. ज्योति बाला के कार्य की विद्यालय संचालक एवं प्राचार्य अक्षय कुमार दुबे ने सराहना करते हुए आगे भी इस तरह के कैंप लगाने की गुजारिश की।
हेड और इयरफोन के उपयोग से बचें बच्चे