गठान का ऑपरेशन करना था, परिजन को बताए बगैर महिला की किडनी निकाल दी

उज्जैन / चेरिटेबल अस्पताल में एक महिला को गठान के ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले गए और एक किडनी निकाल दी। डॉक्टरों ने किडनी निकालने से पहले परिजन को बताया तक नहीं। ऑपरेशन के बाद परिजन को यह पता चला तो हंगामा खड़ा हो गया। चेरिटेबल में नुसरत बी पति मोहसीन (30 साल) निवासी महाकाल रोड 2 मार्च को पेट में दर्द होने पर भर्ती हुई थी। महिला की सोनोग्राफी करवाई, जिसमें गठान होना पाई गई। शनिवार रात ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि किड़नी में पस पड़ गया था, इस वजह से किडनी निकालना पड़ी। कुछ देर हंगामे के बाद परिजन ने मोबाइल लगाकर स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट से शिकायत की। मंत्री के आदेश पर शनिवार देर रात सीएमएचओ डॉ.अनुसुइया गवली ने चेरिटेबल पहुंचकर नुसरत के इलाज से जुड़े दस्तावेज जब्त किए। महिला का ऑपरेशन करने वाले डॉ. मंजू राठी और डॉ.पारस श्रीमाल के बयान लिए हैं।


इन परिस्थितियों में निकाली जा सकती है किडनी


किडनी में गठान या कैंसर पर।


ब्लड सप्लाई बंद होने पर।


दवाइयों के वजह से किडनी डैमेज होने पर।


इंफेक्शन या पस होने पर।


यूरिन का फ्लो रुकने से किडनी खराब होने पर।


महिला को एक माह से बुखार आ रहा था। सोनोग्राफी में अंडाशय में गठान अाई। ऑपरेशन किया तो गठान में निडिल डालने पर पस आने लगा। किडनी खराब हो चुकी थी। जिसे निकाल कर बायोप्सी करवाई जा रही है। वह अब ठीक है।


डॉ. मंजू राठी, स्त्री रोग विशेषज्ञ


शिकायत पर जांच की जा रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच रिपोर्ट आते ही कार्रवाई करेंगे।


सज्जन सिंह वर्मा, प्रभारी मंत्री


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