भितरवार। होली का उत्साह दिनभर शहर में लोगों के बीच छाया रहा। सोमवार की सुबह भले ही बूंदाबांदी होती रही फिर भी लोगों के बीच रंग गुलाल उड़ता रहा। लोग एक दूसरे को गुलाल लगाकर एक दूसरे के गले मिले और होली खेली। सुबह से ही होली के हुरियाओं की टोली सड़कों पर रंग गुलाल के बीच होली खेलते नजर आए। साथ ही लोगों ने एक दूसरे के घर जाकर रंग गुलाल लगाया। मंगलवार को सुबह से शाम तक होली का उत्साह छाया रहा। इसी तरह दूसरे दिन यानी बुधवार को लोगों ने मिलकर होली खेली। अग्रसेन चौराहे, कटारिया, चौराहे, सिंधिया ाचौराहे पर होली का धमाल नजर आता रहा। ऐसा ही उत्साह भितरवार नगर में लोगों के बीच दिखा। भितरवार नगरीय एवं ग्रामीण अंचल मैं सुबह से ही सर्द हवाओं के झोंकों और बादलों के डेरे के बीच रिमझिम बारिश के साथ खूब उड़े रंग और गुलाल उड़ता रहा। सुबह से ही लोग बाग विशेष कर बच्चों व युवाओं ने जमकर होली खेली। नगर की सड़के रंग बिरंगी हो उठी। लोगों ने सुबह से ही अपने परिचितों व रिश्तेदारों के घरों पर दस्तक दी और एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी। इधर डबरा और भितरवार नगर में होली पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आया। मंगलवार को सुबह से ही सिटी पुलिस की गाड़ियां पैट्रोलिंग करती दिखी।
रंगों के बीच नहीं रहा कोरोना का डर
इस बार होली पर कोरोना का असर देखे जाने की बात कही जा रही थी। इधर प्रशासन ने नमस्ते होली खेलने के प्रति लोगों को जागरूक किया और अपील भी की। लेकिन होली के उत्साह में लोगों को कोरोना का नाम मात्र भी डर नहीं रहा। सभी ने एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली खेली और एक दूसरे के गले मिलकर रंगों के पर्व की बधाईयां दी। इधर शहर और नगर की सड़कों पर होली खेलने वालों की टोलियां नजर आती रही। इधर भितरवार नगर में होली जलने की रात से ही लोगों ने रंग गुलाल उड़ाना शुरू कर दिया था। मंगलवार की सुबह हर गली मोहल्ले में युवाओं की टोलियां हाथों में रंग गुलाल लेकर निकलती नजर आई
शराब से बनाई दूरी भंग का लिया आनंद
इस बार होली पर लोगों ने शराब से दूरी बनाई लेकिन कुछ लोग भंग का मजा लेते दिखे। लोगों की डिमांड पर कुछ दुकानदारों ने भंग की भजिया, पकौड़ी बनाई। जिनका स्वाद लोग चखते दिखे। चांदनी चौक, अग्रसेन चौराहे सहित कटारिया चौराहे पर लोग भंग का आनंद लेते दिखे। भितरवार नगर के प्राचीन गोलेश्वर महादेव मंदिर पर दिन भर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन के साथ संगीत में फाग गीतों का भी लोगों ने आनंद लिया। जहां भांग की गरम गरम पकौड़ी और भांग की ठंडाई लोगों के बीच बंटती रही।
रंग गुलाल के बीच राजनीतिक समीकरणों पर भी होती रही चर्चा
इस बार होली पर राजनीतिक समीकरणों पर भी जमकर चर्चा होती रही। सिंधिया के बागी होने की खबरों के बाद प्रदेश कांग्रेस और भाजपा में क्या हलचल है इसकी जानकारी लोग फोन और टीवी पर लेते दिखे। इधर ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और उनके साथ कई दिग्गज नेताओं की बागी तेवरों को लेकर लोगों के बीच चर्चा होती रही। सोमवार को जब होली के दिन हल्की बारिश हो रही थी इधर राजनीतिक सरगर्मी जोर पकड़े हुए थी। तब लोग घरों में कैद होकर राजनीतिक रुझान जानने के लिए टीवी के सामने टिके रहे। पल-पल की जानकारी फोनों पर अपने राजनीतिक मित्रों एवं सहयोगियों को देते रहे जिसके चलते भी होली का रंग और भी गहराता गया।
जेल पहुंचकर कैदी भाईयों को बहनों ने लगाया टीका
होली पर शहर में अपने भाईयों से दूर बहने उनके यहां टीका करने के लिए उप जेल परिसर पहुंची। जहां बारी-बारी से बहनों ने अपने भाईयों के यहां टीका लगाया और उनकी लंबी उम्र की कामना की। बहनें आसानी से अपने भाईयों से मिल सकें। इसे लेकर जेल प्रबंधन ने भी विशेष तैयारी की थी। जहां दिनभर बहनें अपने भाईयों के यहां टीका लगाने पहुंचती रही। जैसे ही बहनों ने अपने कैदी भाईयों को देखा तो उनकी आंखें नम हो गई और अपने भाईयों से लिपटती हुई दिखी।
अंचल में छाया रहा उत्साह
होली को लेकर शहर के अलावा अंचल में भी लोगों के बीच जमकर रंग गुलाल उड़ा। पिछोर, टेकनपुर, बिलौआ, छीमक, चीनोर, करहिया, घाटीगांव, मोहना आदि कस्बों में लोगों ने जमकर होली खेली। कुछ जगहों पर महिलाओं ने होली का फऊआ लेकर होली के रंगों को और गहराने का काम किया। कस्बों की सड़कों पर कहीं बच्चे पिचकारियों से रंग बरसा रहे थे तो कही। बुजुर्ग होली के गीत गाकर परंपरा को जीवंत कर रहे थे।