दफ्तर से लेकर फील्ड में मोर्चा संभालती महिलाएं

ग्वालियर । महिलाएं आज पितृसत्ता का मिथक तोड़कर फील्ड में पुरूषों के साथ हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। जिन क्षेत्रों में अब तक केवल पुरूषों का वर्चस्व था, उसमें भी अब महिलाएं अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। कुछ विभाग तो ऐसे हैं, जिसमें कोई पुरूष स्टाफ ही नहीं है। फिर भी जनता के काम में कोई रूकावट नहीं आती है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पेश है नई दुनिया की विशेष रिपोर्ट।


कनेक्शन काटे तो घेर लिया, हिम्मत नहीं हारीः


ग्वालियर चंबल अंचल में बिजली कंपनी के लिए बकाया वसूली एवं अवैध कनेक्शन काटना सबसे बड़ी परेशानी होता है। कुछ क्षेत्र तो ऐसे हैं, जहां पुरूष कर्मचारी दाखिल होने में ही खौफ खाते हैं। अंचल में पहली महिला विंग का गठन उपनगर ग्वालियर में हुआ। इस विजिलेंस टीम में केवल महिला स्टाफ रखा गया था। जिसका नेतृत्व सहायक वर्ग दो रेणुका शर्मा करती हैं। टीम में अन्नाूमेघा भदौरिया, गरिमा शर्मा, रेणु शिवहरे शामिल हैं। रेणुका शर्मा बताती हैं कि वह अब तक 140 अवैध कनेक्शन काट चुकी हैं, करीब 20 लाख की वसूली उनकी टीम ने की है, 80 हीटर भी जब्त किए हैं। शुरूआत में जब लोहामंडी में अवैध कनेक्शन काटने पहुंचे तो लोगों ने हमें घेर लिया। पहले तो हम लोग काफी घबरा गए, लेकिन फिर हिम्मत जुटाई। हमने लोगों को समझाया कि अवैध कनेक्शन के कारण पॉवर सप्लाई में कितनी दिक्कत आती है। लोगों ने हमारी बात को समझा और पूरी कार्रवाई आसानी से निपट गई। अब हमें कहीं कार्रवाई करने में कोई घबराहट नहीं होती है। नगर संभाग उत्तर के डीजीएम पीके हजेला बताते हैं कि गुदड़ी मोहल्ले में सबसे ज्यादा अवैध कनेक्शन हैं। जो भी यहां कार्रवाई करने गया हमेशा पीटकर ही आया है। हमारी महिला विंग ने यहां कार्रवाई करते हुए ना सिर्फ कनेक्शन काटे बल्कि बकाया वसूली भी कराई है।


 

जनमित्र में कोई पुरूष स्टाफ नहीं, महिलाओं के कंधों पर जिम्मेदारीः


नगर निगम का चूड़ी मार्केट स्थित जनमित्र केन्द्र क्रमांक 19 महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल है। यहां पर प्रभारी से लेकर चपरासी तक सभी महिलाएं हैं। खास बात ये है कि नगर निगम से जुड़े अधिकांश कार्य जनमित्र केन्द्र के माध्यम से ही होते हैं। विवाह पंजीयन से लेकर सभी कार्यों के आवेदन जनमित्र के माध्यम से ही पहुंचते हैं। इसलिए यहां पर दूसरे दफ्तरों के मुकाबले भीड़ भी अधिक होती है। यहां की प्रभारी आरती सक्सेना हैं। जबकि बाबू संगीता राय, रानी पाठक एवं ऑपरेटर पूजा थावरानी हैं। इसके अलावा दो चपरासी भी महिलाएं ही हैं। भीड़ अधिक होने पर पूरा स्टाफ मिल-जुलकर काम संभालता है। जेडो राजीव सोनी बताते हैं कि महिला स्टाफ होने से विवाद की खबरें भी यहां से कम ही आती हैं।


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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