बेड़ी गाम में दिखाई दिए तीन लकड़बग्घे, गांव वाले पूरी रात झोपड़ी में छिपे रहे

राजकोट / शहर के करीब गांव बेड़ी में लकड़बग्घे दिखाई दिए, जिससे ईंट भट्‌ठों में काम करने वाले मजदूरों में भय व्याप्त है। इसके बाद यह तय किया गया कि ईंट भट्‌ठों पर अब रात में नहीं, बल्कि दिन में काम किया जाएगा।



रात एक बजे दिखाई दिए लकड़बग्घे
रोज की तरह नियत समय पर ईंट भट्‌ठे पर काम करने के लिए मजदूर इकट्‌ठे हुए। इस दौरान रमेश भाई नामक एक मजदूर को दूर कहीं कुछ हरकत दिखाई दी। टार्च की रोशनी फेंकी गई, तो तीन पशुओं की आंखें चमकती हुई दिखाई दी। सभी को लगा कि ये तेंदुओं का झुंड है। इसलिए वे वहां से भागे और झोपड़ी में शरण ली। पूरी रात सभी ने एक झोपड़ी में गुजारी।



वनविभाग को सूचित किया
सुबह सभी बाहर आए, तो सरंपच के माध्यम से वनविभाग को सूचित किया गया। सभी यह मानकर चल रहे थे कि रात में उन्होंने तेंदुओं को देखा। वनविभाग ने मजदूरों के बताए स्थान पर फुट प्रिंट देखकर बताया कि वे तेंदुए नहीं, बल्कि लकड़बग्घे थे। ये लकड़बग्धे कहां से आए, यह साफ नहीं हो पाया है।



अब रात में नहीं होगा काम
क्षेत्र में लकड़बग्घों की सक्रियता को देखते हुए मजदूरों ने यह तय किया है कि अब रात को ईंट भट्‌ठों पर काम नहीं होगा। इसके बजाए सुबह से काम शुरू किया जाएगा।