अहमदाबाद की महिला ने चित्रों में उकेरी नारी की अनुभूति

अहमदाबाद / 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। ऐसे में शहर की महिला जो पेशे से डॉक्टर हैं, किंतु जब वह अपनी तूलिका उठाती हैं, तो उनके कैनवास पर कई ऐसे चित्र उभरते हैं, जो उनकी अभिव्यक्ति को शिद्दत से दर्शाते हैं। उनका नाम है डॉ. नलिनी शाह। नारी पर केंद्रित उनकी तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी कनेरिया आर्ट सेंटर में चल रही है।


नारी की अभिव्यक्ति को शिद्दत से बताया है
डॉ. शाह ने अपने चित्रों में नारी की अभिव्यक्ति को पूरी शिद्दत के साथ दर्शाया है। चित्रों को देखकर ही लगता है कि उन्होंने रंगों के साथ नारी के विभिन्न रूपों के दर्शन कराए हैं। चित्रों ने नारी कई रूपों में सामने आई है। उनकी तूलिका जब कैनवास पर चलती है, तो अंदर की नारी बाहर आ जाती है।


गार्डनिंग का भी शौक है डॉ. शाह को
डॉ. नलिनी शाह को गार्डनिंग का भी शौक है। इस क्षेत्र में उन्होंने कई अवार्ड प्राप्त किए हैं। उनके गार्डन ही उनकी इस अभिरुचि को दर्शाते हैं। किंतु पेंटिंग इनके बचपन से ही इनसे जुड़ी हुई हैं। उनकी इस कला को उनकी मां ने पहचाना, उन्हें प्रोत्साहित किया। आज से कई साल पहले आर्ट क्षेत्र में कोई प्रशिक्षण नहीं होता था। इनके बिना भी उन्होंने अपनी इस कला को उभारा और एक मुकाम हासिल किया।


पहले वक्त नहीं मिला
एक समय ऐसा था, जब एजुकेशन और उसके बाद घर की जवाबदारी के कारण डॉ. नलिनी शाह अपने इस शौक को पूरा करने का वक्त ही नहीं मिला। पर जब भी उन्हें फुरसत का वक्त मिलता, वह अपने इन्हीं शौक को पूरा करने में लग जातीं। उनके इस प्रयासों को घर के लोगों ने पूरा प्रोत्साहन दिया। उसी कारण आज वे नारी के विभिन्न रूपों को कैनवास में उतारने में सक्षम बनीं।