युवक की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर उसी के फोन से वीडियो कॉलिंग कर पत्नी से मांगी फिरौती

युवक की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर उसी के फोन से वीडियो कॉलिंग कर पत्नी से मांगी फिरौती





इंदौर / हीरानगर थाना पुलिस ने दो दिन पूर्व अपहृत एक युवक को राजेंद्र नगर क्षेत्र स्थित एक मकान से बरामद कर चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में एक महिला और एक युवती भी शामिल है। युवक के स्वजन ने दो दिन पहले उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट हीरानगर थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद से युवक की पत्नी के पास उसी के मोबाइल नंबर से वाट्सएप पर वीडियो कॉल कर रुपयों की मांग की जा रही थी। पत्नी को डराने के लिए आरोपितों ने युवक की कनपटी पर कट्टा अड़ाकर फिरौती मांगी थी। इसके बाद पत्नी ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने नंबर ट्रैस कर गुरुवार शाम को लोकेशन की जानकारी भी जुटा ली लेकिन पूरी तरह स्पष्ट जानकारी नहीं होने से कार्रवाई के लिए टीम नहीं पहुंच सकी।


शुक्रवार शाम फिर पुलिस टीम ने राजेंद्र नगर क्षेत्र के दत्त नगर में छानबीन की। वहां एक मकान में चार आरोपित किशोर पिता उत्तम खंडारे निवासी मलाड वेस्ट मुंबई, रोनी पिता रोहन शेख निवासी बंगलादेश, मेघा पति किशोर और लीना उर्फ रिया पति रोनी को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। अपहरणकर्ताओं के कब्जे से नकली कट्टा और एक डायरी मिली है।


एसपी यूसुफ कुरैशी के अनुसार अनिल (32) पिता राममनोहर पाल बुधवार रात 9ः30 बजे से लापता था। युवक के मोबाइल से वीडियो कॉलिंग कर फिरौती की मांग की जा रही थी। लोकेशन मिलने के बाद युवक अनिल को राजेन्द्रनगर के दत्त नगर से बरामद किया है। पुलिस देर रात तक इनसे पूछताछ करती रही। पुलिस ने कट्टा भी बरामद किया है। यह कट्टा एक तरह का लाइटर है, जो कट्टे की तरह दिखता है।


स्कूल में क्लर्क का काम करता था युवक


अनिल सिक्का स्कूल में क्लर्क था। स्कूल से काम पूरा करने के बाद वह घर नहीं आया। रात में जब पत्नी ने कॉल किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। दूसरे दिन सुबह उसका मोबाइल चालू हुआ तो वाट्सएप पर रुपए मांगने के मैसेज आना शुरू हुए। पहले एक लाख रुपए मांगे, जब स्वजन ने एक लाख रुपए देने से मना किया तो बात 50 हजार रुपए की मांग की गई। अपहरणकर्ताओं ने अनिल के खाते में रुपए डालने के लिए कहा था। इस पर पत्नी मंजू ने करीब 50 हजार रुपए खाते में जमा करवा दिए लेकिन अपहर्ताओं ने रुपए नहीं निकाले।


अपहरण का मामला दर्ज नहीं किया


पुलिस को स्वजन ने बताया था कि अनिल के अपहरण होने की जानकारी पुलिस को पहले ही दे दी थी। इसके बावजूद पुलिस ने केवल गुमशुदगी का मामला दर्ज किया। पुलिस को फिरौती मांगने वाले और अनिल के बंधक बनाने वाले फोटो भी दिखाए थे। इसके बाद भी पुलिस ने तुरंत कार्रवाई नहीं की। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर यह पता लगा रही है कि उन्होंने पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दिया था।