ठेका पार्किंग कर उगा रहे प्रवेश शुल्क

ठेका पार्किंग कर उगा रहे प्रवेश शुल्क




मथुरा / नगर निगम के पार्किंग स्थलों पर अवैध रूप से की जा रही वसूली का मामला मंडलायु
क्त तक पहुंच गया है। मंडलायुक्ता अनिल कुमार सिंह का कहना है कि संत समागम की बैठक लेने आये मंडलायुक्त ने कहा कि पार्किंग स्थलों पर अवैध रूप से की जा रही वसूली की शिकायत मिली है। जितने भी पार्किंग स्थल हैं, यहां नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से निरीक्षण करेंगे। रेट लिस्ट लगाई जाएगी, इससे अधिक ठीकेदार पार्किंग शुल्क नहीं वसूल सकते। पार्किंग स्थल पर अवैध वसूली हुई, तो विभागीय कार्रवाई करने के साथ ही ठीकेदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। अब देखना यह है कि मंडलायुक्ता के निर्देश कितने प्रभावी होते हैं। मंडलायुक्ता ने यह निर्देश बुधवार को दिये थे लेकिन गुरूवार को मंडलायुक्त के निर्देशो का कहीं कोई असर दिखाई नहीं दिया। मंडलायुक्ता के सामने मामला इस लिए उठा कि वृंदावन में एक ऑटो चालक अपना ऑटो लेकर जा रहा था तभी वहां एक पार्किंग ठेकाकर्मी ने उससे रोकर पार्किंग की पर्ची कटवाने को कहा तो ऑटो चालक ने उससे थोड़ी पीछे पार्किंग की पर्ची काटे जाने की बात कही ऑटो चालक ने उसे कटी हुई पर्ची भी दिखाई। लेकिन उक्त ठेकाकर्मी ने उस पर्ची को अवैध करार दे दिया और उससे जबरन पैसे की मांग करते हुए मारपीट करने लगा। जब ऑटो चालक ने इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस चैकी में की तो पुलिस कर्मियों ने ऑटो चालक को चैकी से हड़काकर भगा दिया। पानीगांव संपर्क मार्ग पर केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा प्रसाद योजना के तहत 979.77 लाख रुपये की लागत से बने टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर का लोकार्पण पिछले साल 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वृंदावन आगमन पर किया था। संचालन की जिम्मेदारी मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण को दी गई। फैसिलिटी सेंटर में श्रद्धालुओं को जो सुविधाएं मिल रही हैं उच्चस्तरीय हैं। बावजूद इसके श्रद्धालुओं के वाहन फैसिलिटी सेंटर में खड़े करवाने के बजाए दबंगई के बल पर निगम ठीकेदार श्रद्धालुओं के वाहनों को खाली पड़ी भूमि को सरकारी पार्किंग बताकर जबरन खड़ा करवा उनसे वसूली कर रहा है।
पार्किंग शुल्क वसूलने वालो को नहीं मिली वर्दी
पार्किंग शुक्ल की वसूली में लगे लोगों को आई कार्ड देने, वर्दी निर्धारित करने जैसे कई काम किये जाने का दावा नगर निगम के अस्तित्व में आने के कुछ दिन बाद ही किया गया था लेकिन इस पर कोई बात अब तक आगे नहीं बढ सकी है। नगर निगम की फर्जी रसीदों से भी उगाही करते रहे हैं लेकिन इनके खिलाफ नगर निगम कार्यवाही नहीं कर रहा है।गुण्डागर्दी को नगर निगम की ’हां’
सडक की गुण्डागर्दी में नगर निगम की हां सामिल है। नगर निगम तक लगातार शिकायत पहुंचती रहती हैं लेकिन कार्यवाही के नाम पर निगम अधिकारी आगे नहीं बढते हैं। यहां तक कि ठकेदार आटो चालकों को मारते पीटते हैं, धमकी देते हैं।