निजी कंपनियों में युवाओं को छोटे रोजगार दिला कर आंकड़ों का झूला झुला रही है कैप्टन सरकार

निजी कंपनियों में युवाओं को छोटे रोजगार दिला कर आंकड़ों का झूला झुला रही है कैप्टन सरकार


चंडीगढ़ / दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पंजाब में 11 लाख युवाओं को नौकरी देने वाले एक बयान के मामले में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर विपक्षी दलों के हमले थमने के नाम नहीं ले रहे हैं। इन हमलों पर अकाली दल और आप की ओर से लगातार सीएम पर तीखे हमले किए जा रहे हैं।


इससे एक बात साफ जाहिर है कि विपक्षी दल सरकार को इस मुद्दे पर घेरने का मन बना चुकी है। हालांकि सूबे के मुख्यमंत्री इस मामले में आंकड़ों के साथ बता चुके हैं कि कितने युवाओं को रोजगार के अवसर मिल चुके हैं। लेकिन विपक्षी दल सरकार और सीएम के इन आंकड़ों से संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं।


विपक्षी दल सरकार को घेरने के लिए विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाने की तैयारी कर रहा है। हालांकि राज्य सरकार के पास आंकड़े हैं लेकिन विपक्ष इन आंकड़ों को पूरी तरह से नकार चुका है और यह भी कह चुका है कि सरकार निजी कंपनियों के छोटे मोटे रोजगार दिलाकर आंकड़ों का झूला झुला रही है।


20 फरवरी से शुरू हो रहा है बजट सत्र


पंजाब विधानसभा में 20 फरवरी से बजट सत्र शुरू होने जा रहा है। इसमें विपक्षी दल आप और अकाली दल दोनों ही सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की रणनीति बनाने के साथ इसे विधानसभा में भी उठाने को तैयार है। बेशक सरकार इस मामले में सदन में भी अपने आंकडे पेश करे,लेकिन विपक्ष इस मामले को लेकर सदन में जोर शोर से उठाएगा। ऐसे में सत्ता पक्ष को इस मामले में सदन के विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ सकता है।


सरकार के आंकड़े युवाओं को गुमराह करने वाले
पूर्व मंत्री डा. दलजीत सिहं चीमा ने कहा कि सरकार आंकड़ों के जरिए सूबे के युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने अपने चुनावी वायदों में घर घर रोजगार देने की बात कही थी। लेकिन सरकारा निजी कंपनियों में कुछ हजार रुपये के रोजगार दिला कर लोगों को गुमराह कर रही है। सरकार यह बताए कि सरकारी क्षेत्र में कितनी नौकरियां दी गई। सरकार कालेजों में लगने वाले कैंपस प्लेसमेंट मेले में युवाओं को मिली नौकरियों को अपने खाते में जोड रही है। जबकि निजी कंपनियां पहले से ही प्लेंसमेंट करने आती है।


विपक्ष को आंकड़ों के खेल में नहीं उलझा सकती सरकार
नेता विपक्ष हरपाल चीमा ने कहा कि सरकार ने युवाओं को रोजगार देने के नाम पर गुमराह किया है। रोजगार मेले में पढ़े लिखे नौजवानों को बुलाकर छोटी और कम पैसे की नौकरियां आफर की गई। सरकार विपक्ष को आंकड़ों के खेल में नहीं उलझा सकती है। उन्होंने कहा कि हकीकत सरकार भी जानती है,सरकार यह बताए कि युवाओं को स्मार्ट फोन देने सहित अन्य वायदे कब पूरे करेगी। विपक्ष इन सब मुद्दों को विधानसभा में लोगों की आवाज बन कर उठाएगी।