किशोरी की खरीद-फरोख्त मामले में हो रहे नए खुलासे


किशोरी की खरीद-फरोख्त मामले में हो रहे नए खुलासे


दिल्ली हरियाणा से लेकर पश्चिम बंगाल तक गैंग संचालित







ग्वालियर / 15 वर्षीय किशोरी की खरीद फरोख्त के मामले में मानव तस्कर गिरोह के सदस्यों के नाम सामने आते जा रहे हैं। बबली के बाद अब एक राज नाम की महिला का भी जिक्र इस पूरे कांड में सामने आया है। राज ही वह महिला है जिसने खरीदार को बबली से मिलवाया था। उसने 50 हजार रुपए बच्ची को खरीदने वाले से कमीशन भी लिया था। अब पुलिस के पास इसमें 3 लोगों की पहचान हो चुकी है। बबली, राज और एक वह युवक जिसने रेलवे स्टेशन से बच्ची को बबली तक पहुंचाया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।

थाटीपुर से लापता 15 वर्षीय छात्रा को हरियाणा के कैथल जिले के पनवासा गांव से मुक्त कराने के बाद अब पुलिस इस पूरे कांड की परतें खोलने में लगी है। अभी तक गिरोह के तीन सदस्य सामने आए हैं। पहला वह युवक जिसने स्टेशन पर किशोरी को अकेला देखकर उसकी डिलेवरी बबली को की है। उसे कमीशन क्या मिला यह अभी जांच में चल रहा है। इसके बाद बबली दिल्ली, हरियाणा से लेकर पश्चिम बंगाल तक मानव तस्करी का गिरोह चलाती है। इस बच्ची को हरियाणा पनवासा गांव निवासी राजेश जाट ने खरीदा था। पर राजेश को बबली से मिलवाने वाली हरियाणा की राज नामक महिला थी।

इसने मिलवाने और पूरी डील कराने के बाद 50 हजार रुपए कमीशन लिया था। जैसा पुलिस को राजेश ने बताया है। बताते हैं यह राज भी हरियाणा की मानी हुई तस्कर है। इसका काम ही ऐसी बच्चियों की डील कराना है। फिलहाल पुलिस की लिस्ट में 3 नाम आ चुके हैं। इनकी तलाश शुरू कर दी गई है।

बबली के मोबाइल की सीडीआर से खुलेंगे राज

पुलिस ने बबली के बारे में और पता लगाने के लिए उसके नंबर की सीडीआर मांगी है। दो दिन में सीडीआर पुलिस के हाथ आ जाएगी। इसके बाद पुलिस एक-एक कॉल को स्कैन कर उसके गिरोह के सदस्यों का पता लगाएगी।

आरोपित जेल गया:-

पुलिस ने बच्ची को खरीदने वाले राजेश जाट को शुक्रवार को रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया था। जहां उसकी जमानत नहीं मांगने पर उसे जेल भेज दिया गया है। जबकि पीड़िता का मेडिकल भी कराया जा रहा है।