चारागाह की जमीन कब्जाने को हनुमारजी का लिया सहारा

चारागाह की जमीन कब्जाने को हनुमारजी का लिया सहारा




मथुरा / मुडेसी गांव में जमीन विवाद को लेकर एक बार फिर दो पक्ष आमने सामने आ गये। इस जमीन को लेकर इससे पहले भी कई बार तनाव पैदा होता रहा है। इस बार एक पक्ष ने हनुमानजी की मूर्ति लगाकर जमीन पर कजे का प्रयास किया जिस का दूसरे पक्ष ने विरोध किया। इससे गांव में एक बार फिर तनाव पैदा हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले का सम्हाला तथा लेखपाल से सही स्थिति पता करने के बाद कार्यवही की बात कर कर दोनों पक्षों को शांत किया। दूसरी ओर लेखपाल ने बताया कि यह पशु चारागाह  की जमीन है। यह चार बीघा जमीन है जिस पर पहले भी कई बार कब्जे का प्रयास हुआ है। तहसीलकर्मियों के अलावा पुलिस बल मौके पर पहुचा और हमनुमान जी की मूर्ति को हटवा दिया। यह जमीन लम्बे समय से बंजर पडी हुई है और ग्राम पंचायत के अभिलेखों में चारागार के नाम से दर्ज है। एक पक्ष ने रातों रात हनुमानजी की मूर्ति लगाकर मामले को धार्मिक रंग देने का प्रयास किया। ग्रामीणों का कहना है कि यह मूर्ति सिर्फ जमीन को हड़पने के लिए रखी गई थी। जब गांव की महिला लकड़िया लेने पहुंची तो उनको पता चला कि यहां पर हनुमान जी की मूर्ति रखी हुई है। महिलाओं ने जब गांव वालों से कहा कि आबादी जमीन पर एक हनुमान जी की मूर्ति पधार दी है तो  गांववाले एकत्रित हो गये। आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई।