CAA का विरोध करने वाले बेलगाम अधिकारी नौकरी छोड़ करें शाहीनबाग में प्रदर्शन: उमा
सीहोर / भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता उमा भारती ने कमलनाथ सरकार और अधिकारियों पर जमकर भड़ास निकाली है. उन्होंने अधिकारियों के रवैये से नाराज होकर चीफ सेक्रेटरी से उन्हें समझाने का आग्रह किया है. उमा भारती ने कहा कि, जो अधिकारी नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रहे हैं और प्रदेश सरकार की राग में राग मिलाकर वे नौकरी छोड़कर शाहीन बाग जैसे प्रदर्शन में शामिल हों।
उमा भारती ने कहा कि, कांग्रेस 1947 के हालात पैदा करना चाहती है. हम सफल नहीं होने देंगे. सीएए के खिलाफ जो प्रदर्शन कर रहे उन्हें नहीं पता सीएए है क्या. यहां अधिकारी बेलगाम हो गए है. यह पहली बार हुआ है कि अधिकारी नेताओं को डकैत-घपलेबाज कह रहे है. मैं सीएम चीफ सेक्रेटरी से आग्रह करूंगी ऐसे अधिकारियों को समझाए कि वे बेलगाम बयान न दें. उनको सोशल एक्टिविटी की तरह काम करना चाहिए. अगर प्रदर्शन करना ही है तो आईएएस पद से रिजाइन कर शाहीनबाग के प्रदर्शन में शामिल हो जाएं।
मोहन भागवत के जनसंख्या नियंत्रण वाले बयान पर बोलीं, सच्चाई है भारत की जनसंख्या एक विक्राल समस्या है. यह हमारी ताकत है, लेकिन यह तब होगी जब सबके हाथ में रोजगार हो. अन्यथा हमारे लिए बोझ बन सकता है. उमा यहां प्राचीन गणेश मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंची थीं।
उमा भारती ने मैहर से बीजेपी विधायक को भी जमकर कोसा. उन्होंने विधायक नारायण त्रिपाठी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ”वह एक विजातीय तत्व हैं, जो हमारे यहां आ गए हैं. वह बेपेंदी के लोटे हैं, जिनकी कोई विचारधारा नहीं हैं. जैसे सर में जूं काटने लगती है, वैसे ही बीच-बीच में यह लोग काटने लगते हैं।
आपको बता दें कि नारायण त्रिपाठी ने कहा था, ‘सीएए तो आप (बीजेपी) ले आए. अब भीमराव अंबेडकर के संविधान को फाड़कर फिंकवा दो, फिर बीजेपी का अलग से संविधान बन जाए और उस संविधान के तहत देश को चलाएं. भीमराव अंबेडकर ने कहा है कि, यहां सभी धर्म के लोग रहेंगे और हिन्दुस्तान चलेगा. संविधान में धर्म के नाम पर एवं नागरिकता के नाम पर देश का बंटवारा नहीं हो सकता।