बिजली विभाग के DGM को बंधक बनाने वाले TI लाइन अटैच,कलेक्टर ने आदेश दिए

बिजली विभाग के DGM को बंधक बनाने वाले TI लाइन अटैच,कलेक्टर ने आदेश दिए


मुरैना। मध्यप्रदेश में के मुरैना जिले में सिटी कोतवाली के टीआई कुशल भदौरिया द्वारा बिजली कंपनी के डीजीएम आरएस भदौरिया को थाने में बंधक बनाकर बिल कम करने के लिए अनाधिकृत दबाव बनाया था। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा जिसके बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों के संगठन मप्र यूनाइटेड फोरम फॉर पावर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स की ओर से टीआई पर कार्यवाही की माँग की जा रही थी। सोमवार को मुरैना कलेक्टर के साथ यूनाइटेड फोरम की बैठक प्रदेश संयोजक इंजी. वीकेएस परिहार के नेतृत्व मैं सपन्न हुई। इस बैठक में कलेक्टर ने पुलिस निरीक्षक को लाइन अटैच करने के आदेश दिए हैं साथ ही एक जांच कमेटी भी गठित करने को कहा है।


क्या था पूरा मामला


प्राप्त जानकारी के अनुसार, गत दिवस मप्र यूनाइटेड फोरम फॉर पावर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स के संयोजक इंजी. वीकेएस परिहार के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया गया था। कलेक्टर से भी मुलाकात की थी। अधिकारी/कर्मचारी यूनियन ने ज्ञापन में कहा है कि नगर निरीक्षक मुरैना कोतवाली कुशल सिंह भदौरिया ने उप महाप्रबंधक मुरैना प्रथम आरएस भदौरिया को थाने में बंधक बनाकर बिल कम करने के लिए अनाधिकृत दबाव बनाया। टीआई ने जरूरी कार्य के बहाने 4 सिपाहियों को भेजकर उप महाप्रबंधक को बुलाया। जब डीजीएम कोतवाली पहुंचे तो नगर निरीक्षक ने कुछ पुलिसकर्मियों के बिलों में सुधार की मांग की। डीजीएम ने बिलों के संबंध में जो जानकारी दी उससे असंतुष्ट होकर नगर निरीक्षक कुशल सिंह भदौरिया ने डीजीएम आरएस भदौरिया व सहायक प्रबंधक निखिल शर्मा को अनाधिकृत रूप से 3 घंटे तक थाने में बैठाकर अपमानित किया। उनका मोबाइल भी छीन लिया गया। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद 3 घंटे बाद थाने से दोनों अधिकारियों को छोड़ा गया। इस घटना के बाद से ही बिजली अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच आक्रोश पनप रहा था। कलेक्टर प्रियंका दास ने इस मामले में उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया था।


टीआई पर पद के दुरुपयोग का आरोप


बिजली कंपनी के अधिकारी/कर्मचारियों के संगठन ने टीआई पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। ज्ञापन में कहा गया था कि प्रथम श्रेणी अधिकारी के विरुद्ध टीआई द्वारा की गई यह कार्रवाई निदंनीय एवं आपराधिक कृत्य है। इससे मुरैना शहर के सभी अधिकारी और कर्मचारी भयभीत थे।


इनका क्या कहना था


बिजली के बिलों में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही थी और कार्यालय में बिजली कंपनी के लोग पहले तो मिलते नहीं थे और मिलने पर उनकी समस्या को हल करने की जगह टाल रहे थे। शिकायत आने के बाद डीई को केवल कोतवाली बुलाकर समस्या को हल करने के लिए कहा गया था।


केएस भदौरिया, टीआई कोतवाली, मुरैना।