बजट 2020: जानें क्या-क्या हुए महंगे और क्या हुए सस्ते किसपर पड़ा कितना असर


बजट 2020: जानें क्या-क्या हुए महंगे और क्या हुए सस्ते किसपर पड़ा कितना असर







नई दिल्ली / पूरे देश की दिलचस्पी शनिवार को इसमें थी कि संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2020-21 के बजट (Budget) को पेश करते हुए क्या सस्ता किया और क्या महंगा। निर्मला सीतारमण ने दीवारों पर टंगने वाले पंखों, कप प्लेट जैसे टेबल (टेबलवेयर) और किचन में उपयोग होने वाले उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाने की घोषणा की।

वित्त मंत्री ने ने कच्ची चीनी, वानिकी-पशु आधारित उत्पादों, स्किम्ड दूध, कुछ अल्कोहल युक्त पेय पदार्थ, सोया फाइबर और सोया प्रोटीन पर दिए जाने वाली सीमा शुल्क छूट को वापस ले लिया है।

दीवालों पर लगने वाले पंखों पर सीमा शुल्क 7.5 प्रतिशत से 20 प्रतिशत जबकि टेबल और किचन में उपयोग होने वाले चीनी सेरेमिक, क्ले आयरन, इस्पात और तांबा के बने उत्पादों पर सीमा शुल्क दोगुना कर 20 प्रतिशत कर दिया गया है।

इसके अलावा कैटालिटिक कनर्वटर, इलेक्ट्रिक वाहनों को छोड़कर वाणिज्यिक वाहनों के कल-पुर्जों पर भी सीमा शुल्क बढ़ाया गया है। साथ ही एमएसएमई क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जूता-चप्पल और फर्नीचरों जैसे मदों पर सीमा-शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है।

वहीं दूसरी तरफ विभिन्न उपयोग वाले बेहतर क्षमता के प्लास्टिक के उत्पादन में उपयोग होने वाले प्यूरिफाइड टेरापैथिक एसिड (पीटीए) पर डंपिंग रोधी शुल्क को समाप्त कर दिया गया है। यह वस्त्र के रेशों एवं धागों के लिए महत्वपूर्ण साधन है।

बजट में ई-वाणिज्य कंपनियों को ई-वाणिज्य प्रतिभागियों को किए जाने वाले सभी भुगतान पर टीडीएस में कटौती की व्यवस्था का प्रस्ताव किया गया है। पैन/आधार के साथ यह कटौती 1 प्रतिशत जबकि इसके बिना 5 प्रतिशत करनी होगी। इसके अलावा व्यक्तिगत आयकर दरों/स्लैबों में भी बदलाव किया गया है।

जो आयकरदाता आयकर कानून की धारा 80 सी (भविष्य निधि, एलआईसी प्रीमियम आदि), 80 डी (स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम), एलटीसी, आवास भत्ता समेत अन्य छूट नहीं लेते हैं, वे नई आयकर श्रेणी का विकल्प चुन सकेंगे।

वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संसाधन सृजन पर जोर देते हुए 5 प्रतिशत स्वास्थ्य अधिभार लगाने का प्रस्ताव किया है। इस अधिभार से प्राप्त राशि का उपयोग जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ढांचागत सुविधा निर्माण में किया जाएगा।

ये हुए महंगे:-

नीचे दिए गए आयातित सामान के लिए आपको पहले के मुकाबले ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।

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बटर घी, बटर ऑइल, खाद्य तेल, पीनट बटर

छाछ, मेसलिन, मक्का, सुगर बीट सीड्स, संरक्षित आलू

च्यूइंग गम, डाइट वाला सोया फाइबर, आइसोलेटेड सोया प्रोटीन

अखरोट

फुटवेअर, शेवर्स, हेयर क्लिपर्स, हेयर-रिमूविंग उपकरण

टेबलवेयर, किचनवेयर, वॉटर फिल्टर, ग्लासवेयर

चीनी मिट्टी के बने घरेलू सामान

माणिक, पन्ना, नीलम और दूसरे कीमती रत्न

ताला

हाथ वाली छननी

कंघी, हेयरपिन, कर्लिंग पिन, कर्लिंग ग्रिप, हेयर कर्लर

टेबल फैन, सीलिंग फैन और पेडेस्टल फैन

पोर्टेबल ब्लोअर

वॉटर हीटर और इमर्सन हीटर

हेयर ड्रायर, हैंड ड्राइंग मशीन और इलेक्ट्रिक आइरन

फूड ग्राइंडर, ओवन, कूकर, कूकिंग प्लेट, बॉइलिंग रिंग्स, ग्रिलर और रोस्टर

कॉफी और चाय बनाने की मशीन, टोस्टर

इलेक्ट्रो-थर्मिक फ्लुइड हीटर, कीटनाशक उपकरण और इलेक्ट्रिक हीटिंग रेजिस्टर

फर्निचर, लैंप और लाइटिंग फिटिंग

खिलौने, स्टेशनरी आइटम, आर्टिफिशल फ्लॉवर, बेल्स, ट्रोफी

मोबाइल फोन के प्रिंटेड सर्किट बोर्ड असेंबली (PCBA), डिस्पले पैनल और टच असेंबली, फिंगरप्रिंट रीडर

सिगरेट, हुक्का, चबाने वाले तंबाकू, सुगंधित जर्दा

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कौन-कौन से सामान होंगे सस्ते

कुछ आइटमों के आयात पर कस्टम ड्यूटी घटाने का प्रस्ताव है। इस वजह से ये सामान सस्ते होंगे।

प्योर-ब्रेड ब्रीडिंग हॉर्स

न्यूजप्रिंट पेपर

खेल के सामान

माइक्रोफोन

इलेक्ट्रिक वीइकल