अस्पताल के ओपीडी में पहुंचकर एक युवक ने कहा- मैं चीन से आया हूं, मेरी जांच कीजिए

अस्पताल के ओपीडी में पहुंचकर एक युवक ने कहा- मैं चीन से आया हूं, मेरी जांच कीजिए


सूरत / सिविल और स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टरों में कोरोना वायरस का खाैफ हो गया है। कोरोना के संदिग्ध मरीज ने सीधे ओपीडी में आकर बताया कि उसे सर्दी-खांसी और बुखार है। कुछ दिन पहले ही चीन से आया हूं। मेरी जांच कीजिए। तब डॉक्टर्स ने उसे तुरंत आईसोलेशन वाॅर्ड में भेज दिया।


काफी समय तक लाइन में लगा भी रहा
गुरुवार को कोरोना का एक संदिग्ध मरीज सिविल अस्पताल आया, केस पेपर निकाला और मेडिसिन ओपीडी में पहुंच गया। लाइन में लगा रहा। जब डॉक्टरों से मिला तो बताया कि उसे सर्दी-खांसी और बुखार है। उसके बाद उसने बताया कि वह कुछ दिन पहले ही चीन से लौटा है। यह सुनते ही डॉक्टरों ने तुरंत उसे आईसोलेशन वार्ड में भेज दिया। इस घटना के बाद से ही डॉक्टर घबरा गए हैं। वे अपनी सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगा रहे हैं।


आईसोलेशन हेड मास्क तक नहीं आया
सिविल अस्पताल में आए दिन कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज आ रहे हैं। कोरोना को लेकर अस्पताल में दर्जनों बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक डॉक्टरों की सेफ्टी के लिए आईसोलेशन हेड मास्क तक नहीं है। एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल में मीटिंग तो हो रही है, लेकिन डॉक्टरों और मरीजों की सेफ्टी के लिए उचित कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।



डॉक्टर्स ने बताई पीड़ा
नाम न छापने की शर्त पर करीब 15 डॉक्टरों ने अपनी पीड़ा बताई। अब तक आए छह संदिग्धों में तीन को स्वास्थ्य विभाग ले आया था, जबकि तीन खुद अस्पताल पहुंचे थे।


हालात बिगड़ने के बाद हम कुछ नहीं कर पाएंगे
एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस से चीन में इलाज करने वाले डॉक्टरों की भी मौत हुई है। एक बार वायरस फैल गया तो कंट्रोल से बाहर हो जाएगा। हालत बिगड़ने के बाद हम कुछ नहीं कर पाएंगे। सिविल में दो और स्मीमेर में दो संदिग्धों का इलाज चल रहा है। जिला कलेक्टर डॉ. धवल पटेल ने कहा कि कोरोना के मरीज सीधे ओपीडी में आ रहे हैं। अस्पताल से इस बारे में हमें कोई जानकारी नहीं मिली है। संदिग्धों का आईसोलेशन वार्ड में इलाज किया जा रहा है। इस बारे में पता करता हूं। जो भी जरूरी होगा किया जाएगा।