: कलेक्टर
टीकमगढ़ / समय सीमा के प्रकरणों की समीक्षा बैठक सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में विभागवार सीएम हेल्पलाइन में दर्ज प्रकरणों की समीक्षा हुई। जिसमें कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि अधिकांश विभागों में सीएम हेल्पलाइन से संबंधित लेवल 1 से लेकर 4 तक की शिकायतें दर्ज हैं। इन शिकायतों का निराकरण विभागीय अधिकारी गंभीरता पूर्वक करें। साथ ही सभी शिकायतों को पूरी संतुष्टि के साथ निराकृत किया जाए। साथ ही समय सीमा में प्रकरणों का निराकरण एक सप्ताह में करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए।
बैठक में श्रीमती सिंह ने निर्देशित किया कि जिले में 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाली सभी 46 स्कूलों का सभी संबंधित अधिकारी नियमित भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें एवं जो भी आवश्यक सुधार हैं उन्हें करवाएं। उन्होंने कहा स्कूल की आवश्यकता अनुसार कार्ययोजना बनाएं, जिससे परिणाम सौ फीसदी रहें। उन्होंने कहा कि यदि संबंधित शाला का परीक्षा परिणाम 65 प्रतिशत से कम आएगा, तो यह संबंधित अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी। सभी संबंधित अधिकारी इसके लिए विशेष प्रयास करें।
श्रीमती सिंह ने सभी नगरीय निकायों को स्वच्छता सर्वेक्षण कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने नगरीय निकायों में पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदारों को भ्रमण कर नगरीय क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था चाक-चैबंद रखने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने निर्देशित किया है कि यदि शिकायतें बिना निराकरण दर्ज किए ही अगले लेवल पर पहुंची हैं, तथा संबंधित अधिकारी के द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण त्वरित एवं गंभीरता से नहीं किया जाता है, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसके लिए अधिकारी स्वयं उत्तरदायी होंगे।
सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के पीपीओ करें तैयार: कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी विभाग शासन की मंशा अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के लक्ष्य की सौ फीसदी पूर्ति कर आमजन को उनका लाभ दिलाएं। उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति पर पीपीओ जारी नहीं होने पर संबंधित जिला अधिकारियों को एससीएन जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनवरी माह के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का पीपीओ उसी दिन जारी हो, सभी विभाग प्रमुख यह सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि साथ ही आगामी 6 माह में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण तैयार कर इसी माह में कोषालय में भिजवाएं, अन्यथा संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ हर्षल पंचोली, एसडीएम जतारा सौरभ सोनबणे, बल्देवगढ़ प्रमोद गुर्जर, डिप्टी कलेक्टर विकास आनंद, सौरभ मिश्रा, ईई डब्ल्यूआरडी आरके त्रिपाठी, पीएचई जितेन्द्र मिश्रा, पीडब्ल्यूडी एनके बाथम, सीएमएचओ डॉ. ओपी अनुरागी, सीएस डॉ. अमित चैधरी, उप संचालक कृषि एसके श्रीवास्तव सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
गांव में दादी-नानी सम्मेलन कराया जाएगा
जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कलेक्टर श्रीमती सिंह ने कहा कि जिले के सभी शासकीय स्कूलों में ब्लैकबोर्ड पेंट हो गए हैं या नहीं इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ऐसी ग्राम पंचायतों की सूची उपलब्ध कराएं जहां बच्चियों के जन्म का प्रतिशत कम हैं। इस संबंध में उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित किया कि इन ग्रामों में दादी-नानी सम्मेलन अनिवार्य रूप से कराएं। साथ ही अन्य पंचायतों में भी दादी-नानी सम्मेलन करवाएं, जिससे गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित जरूरी जानकारियों एवं सलाह का उचित क्रियान्वयन हो सके।
बैठक में श्रीमती सिंह ने निर्देशित किया कि जिले में 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाली सभी 46 स्कूलों का सभी संबंधित अधिकारी नियमित भ्रमण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें एवं जो भी आवश्यक सुधार हैं उन्हें करवाएं। उन्होंने कहा स्कूल की आवश्यकता अनुसार कार्ययोजना बनाएं, जिससे परिणाम सौ फीसदी रहें। उन्होंने कहा कि यदि संबंधित शाला का परीक्षा परिणाम 65 प्रतिशत से कम आएगा, तो यह संबंधित अधिकारियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी। सभी संबंधित अधिकारी इसके लिए विशेष प्रयास करें।
श्रीमती सिंह ने सभी नगरीय निकायों को स्वच्छता सर्वेक्षण कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने नगरीय निकायों में पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदारों को भ्रमण कर नगरीय क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था चाक-चैबंद रखने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने निर्देशित किया है कि यदि शिकायतें बिना निराकरण दर्ज किए ही अगले लेवल पर पहुंची हैं, तथा संबंधित अधिकारी के द्वारा सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण त्वरित एवं गंभीरता से नहीं किया जाता है, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसके लिए अधिकारी स्वयं उत्तरदायी होंगे।
सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के पीपीओ करें तैयार: कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी विभाग शासन की मंशा अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के लक्ष्य की सौ फीसदी पूर्ति कर आमजन को उनका लाभ दिलाएं। उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति पर पीपीओ जारी नहीं होने पर संबंधित जिला अधिकारियों को एससीएन जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनवरी माह के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का पीपीओ उसी दिन जारी हो, सभी विभाग प्रमुख यह सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि साथ ही आगामी 6 माह में सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण तैयार कर इसी माह में कोषालय में भिजवाएं, अन्यथा संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ हर्षल पंचोली, एसडीएम जतारा सौरभ सोनबणे, बल्देवगढ़ प्रमोद गुर्जर, डिप्टी कलेक्टर विकास आनंद, सौरभ मिश्रा, ईई डब्ल्यूआरडी आरके त्रिपाठी, पीएचई जितेन्द्र मिश्रा, पीडब्ल्यूडी एनके बाथम, सीएमएचओ डॉ. ओपी अनुरागी, सीएस डॉ. अमित चैधरी, उप संचालक कृषि एसके श्रीवास्तव सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
गांव में दादी-नानी सम्मेलन कराया जाएगा
जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कलेक्टर श्रीमती सिंह ने कहा कि जिले के सभी शासकीय स्कूलों में ब्लैकबोर्ड पेंट हो गए हैं या नहीं इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ऐसी ग्राम पंचायतों की सूची उपलब्ध कराएं जहां बच्चियों के जन्म का प्रतिशत कम हैं। इस संबंध में उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित किया कि इन ग्रामों में दादी-नानी सम्मेलन अनिवार्य रूप से कराएं। साथ ही अन्य पंचायतों में भी दादी-नानी सम्मेलन करवाएं, जिससे गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित जरूरी जानकारियों एवं सलाह का उचित क्रियान्वयन हो सके।