रेलवे ने परेशान यात्रियों से एक साल में 40 लाख रुपए वसूले

हावड़ा-मुंबई रूट की पैसेंजर ट्रेनें लगातार रद्द,



रायगढ़ / हावड़ा-मुंबई रूट पर स्थित छत्तीसगढ़ का रायगढ़ रेलवे स्टेशन में यात्रियों की परेशानी कम नहीं हो रही हैं। लगभग डेढ़ साल से पैसेंजर ट्रेनें लगातार रद्द की जा रही हैं। प्लेटफाॅर्म पर यात्री सुविधाओं का विस्तार नहीं हुआ है। दूसरी तरफ रेलवे वसूली में नए कीर्तिमान बना रहा है। मजबूरी या अनजाने में एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा करने वालों से और अनबुक्ड लगेज पर रेलवे सालभर में लगभग 40 लाख रुपए वसूल चुका है। 


दरअसल, रेलवे लगातार अभियान चलाकर लोगों से वसूली करता है। रेलवे ने वर्ष 2019 में 10 से अधिक बार अभियान चलाया है। इस अभियान में मामलों के साथ वसूली भी भरपूर हुई। अप्रैल से दिसंबर 2019 तक ही रेलवे ने लगभग 35 लाख रुपयों की वसूली की है। यह केवल जुर्माना से वसूली गई रकम है। इसके अलावा बिना टिकट और अन्य चीजों से करीब 5 लाख रुपए रेलवे ने वसूला है। 


शहर को अभी इन सुविधाओं की जरूरत 


मल्टी स्टोरी पार्किंग या पार्किंग, एफओबी में रैंप। 


दक्षिण दिशा में टिकट काउंटर। 


प्लेटफार्म का सौंदर्यीकरण । 


दिव्यांग और बुजुर्ग यात्रियों के लिए लिफ्ट। 


नए एफओबी के पास टिकट काउंटर का सौंदर्यीकरण। 


इन ट्रेनों के ठहराव की मांग सालों से लंबित 


रायगढ़ रायपुर (दुर्ग) पैसेंजर को स्थाई रूप से चलाया जाए 


बिलासपुर नागपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस 


बिलासपुर इंदौर एक्सप्रेस 


बिलासपुर रीवा एक्सप्रेस 


राजधानी एक्सप्रेस को पूर्व की तरह रायगढ़ से चलाया जाए 


ये सुविधाएं जो बंद हो गई : ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन पीआरएस टिकट काउंटर भोजनालय 



सुविधाओं के नाम पर छलावा 


सुविधाओं के नाम पर रायगढ़ को शुरुआत से ही ठगा जाता रहा है। हर साल रेलवे कमाई तो कर रहा है। मगर सुविधाएं नहीं है।राजेंद्र अग्रवाल,जेडआरयूसीसी, सदस्य 


करोड़ों कमाते हैं सुविधा नहीं देते

रेलवे रायगढ़ से करोड़ों रुपए हर साल कमाती है। रायगढ़ में सारी सुविधाएं होने का दावा किया जाता है। ए ग्रेड स्टेशन के लिहाज से रायगढ़ में कुछ भी नहीं है।
गोपाल अग्रवाल,पूर्व जेडआरयूसीसी सदस्य