पुलिस जवानों को आधुनिक तकनीक और नए कोर्स से प्रशिक्षण देने की तैयारी

पुलिस जवानों को आधुनिक तकनीक और नए कोर्स से प्रशिक्षण देने की तैयारी



भोपाल / पुलिस विभाग द्वारा सेवा में आने वाले नए जवानों को अब आधुनिक तकनीक में दक्ष करने व समय के साथ आए जांच में बदलाव के तरीकों से प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए करीब आधा सैकड़ा कोर्स तैयार करने का काम किया जा रहा है। इसके बाद भर्ती होने वाले पुलिस कर्मचारियों को पुराने केस की स्टडी के साथ ही ताजा मामलों में घटित हुए घटनाक्रमों की भी स्टडी कराई जाएगी। इस बदलाव के पीछे पुलिस मुख्यालय की मंशा है कि प्रशिक्षण लेने वाले जवान सभी तरह के केस पर खुद को अपडेट रख सकें और एफआईआर लिखने या इंवेस्टिेगेशन करने में उन्हें आधुनिक तकनीक की मदद मिल सके। इसके लिए पुलिस हेड क्वार्टर की प्रशिक्षण शाखा द्वारा लगभग 50 ऐसे कोर्स को तैयार किए जा रहे हैं।
इन सर्विस को भी मिलेगी ट्रेनिंग में मदद
पुलिस विभाग में सेवा दे रहे डीएसपी और सब इंस्पेक्टर को भी अपडेट रखने के लिए उन्हें समय-समय पर टे्रनिंग दी जाती है। पुलिस विभाग की प्रशिक्षण शाखा के एआईजी के मुताबिक इन सर्विस टे्रनिंग में भी डीएसपी और सब इंस्पेस्टर को अपडेट रखने के लिए डिजाइन किए गए नए कोर्स से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिस तरह से नए कानून नई टेक्नोलॉजी और नई गाडलाइन्स आ रही है, उसके अनुसार इन्हें अपडेट करने के लिए कैलेंडर के अनुसार साल भर पैरलर कोर्स चलते हैं।
6850 ट्रेनर्स को एक साथ पढ़ाने की क्षमता
एआईजी संदीप दीक्षित ने बताया कि पुलिस टे्रनिंग में कांस्टेबल लेवल पर ट्रेनिंग दी जाती है। प्रदेश के 7 पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में एक साथ 6,850 जवानों को एक साथ प्रशिक्षित किया जा सकता है। इंदौर और भौरी में स्थिति अकादमियों में सब इंस्पेक्टर और डीएसपी की टे्रनिंग होती है,जिसकी क्षमता 500 से ज्यादा है। डीएसपी के लिए एसपी पुलिस अकादमी भौंरी है जहां 100 लोगों की क्षमता है और वर्तमान में यहां पर 40 लोग ट्रेनिंग भी ले रहे हैं।
यहां तैयार होते हैं पुलिस के जवान
पीटीसी इंदौर
पीटीसी पचमढ़ी
पीटीसी रीवा
पीटीसी उमरिया
पीटीसी ग्वालियर
पीटीसी उज्जैन
पीटीसी सागर
पीटीसी भौरी
यहां होती है स्पेशल ट्रेनिंग
एमपी पुलिस अकादमी, भौरी
आरएपीटीसी, इंदौर