खुरेजी और जामा मस्जिद बने प्रदर्शन के प्वाइंट

शाहीनबाग से लोग हटे नहीं, अब तुर्कमान गेट,



नई दिल्ली /  नागरिकता कानून के विरोध में भड़की आग फैलती जा रही है। शाहीनबाग इलाके में कालिंदीकुंज रोड पर धरने पर बैठे लोग अभी हटे नहीं हैं। इसकी वजह से यह सड़क महीने भर से ज्यादा वक्त से बंद पड़ी है। खुरेजी, जामा मस्जिद के बाद अब तुर्कमान गेट एरिया में भी लोग सड़क पर उतर आए हैं, सबकी मांग केवल एक है सीएए और एनआरसी को वापस लिया जाए। वे तब तक नहीं हटने वाले जब तक इस कानून को वापस नहीं ले लिया जाता।


तुर्कमान गेट पर पिछले कुछ दिन से रात में महिलाओं के साथ कुछ लोग धरने पर बैठ रहे हैं। यहां प्रदर्शन करने की लोगों के पास कोई अनुमति नहीं है, ऐसे में गुरुवार सुबह पुलिस ने उन्हें वहां से हट जाने के लिए कहा। इस बात को लेकर पुलिस और लोगों के बीच कहासुनी हो गई।


एक महिला पुलिस से बदसलूकी से बात करते हुए वीडियो कैमरे में कैद भी हुई। यहां लोगों के नहीं हटने पर मौके पर सीमा सशस्त्र बल और बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुला लिया गया। इसके बाद जबरन लोगों को वहां से हटया गया। करीब पंद्रह से बीस लाेगों को पुलिस जबरन हिरासत में लेकर राजेन्द्र नगर थाने ले गई। यह बात जब मुस्लिम क्षेत्र के लोगों को पता चली तो वे दोपहर करीब एक बजे बड़ी संख्या में घर से बाहर आ गए। वे मार्च निकालते हुए तुर्कमान गेट के पास पहुंच गए, जहां पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक लिया। 


पुलिस का कहना है सुबह जो लोग हिरासत में लिए थे, उन्हें छोड़ दिया गया है। वहीं शाहीनबाग मामले पर साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने कहा पुलिस लोगों को वहां से हटाने की लगातार कोशिश कर रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे एक जिम्मेदार नागरिक की तरह पेश आएं, किसी विषय पर विरोध करना जायज है लेकिन उसकी वजह से ही आम लोगों को पेरशानी होने लगे तो बिल्कुल सही बात नहीं। आज भी एसीपी ने वहां पहुंच लोगों से हटने की अपील की है।


तुर्कमान गेट
लोग तुर्कमान गेट पर बैठ अपना विरोध जाहिर करना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। तुर्कमान गेट क्षेत्र निवासी कुमर शहजाद ने कहा वह लॉ स्टूडेंट है। हमारा विरोध सीएए और एनआरसी को लेकर है। सरकार से हमें रोजगार चाहिए, न कि देश को बांटने वाले ऐसे कानून। कपड़े का कारोबार करने वाले खालिद ने कहा प्रदर्शन तो हमारा फंडामेंटल अधिकार है। हम लोग पुलिस के खिलाफ नहीं है। मौके पर एकत्रित होने के बाद लोगों ने पुलिस को फूल दिए और राष्ट्रगान गाया। दोपहर को तुर्कमान गेट, जामा मस्जिद, चांदनी महल, शाह गंज आदि मुस्लिम बेल्ट के बाजार में काफी दुकानें लोगों ने बंद करवा दी थी।


शाहीनबाग


नाेएडा को सरिता विहार से जोड़ने वाले कालिंदीकुंज रोड पर धरना प्रदर्शन चल रहा है। ठंड और बारिश के बीच भी लोग डटे हुए हैं, जो किसी भी सूरत में हटने को तैयार नहीं। अब तो इस प्रदर्शन को ताकत देने के लिए पंजाब से भी लोग जुटने लगे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है महिलाओं को यहां बैठने के एवज में प्रतिदिन के हिसाब से रुपए मिल रहे हैं। वहीं, धरने पर बैठी महिलाएं इस तरह की बातों को झूठा बता रही हैं। अब भी वहां सभी शोरूम बंद हैं, कारोबार पूरी तरह से ठप्प हो चुका है और पुलिस लोगों से अपील करते हुए थक चुकी है, फिर भी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। 


खुरेजी


इस क्षेत्र में भी महिलाएं एक खाली प्लॉट में कई दिन से धरने पर बैठ गई हैं। उनके साथ बच्चे भी हैं। यहां बैठने वाली महिलाओं का आरोप है वे शांतिप्रिय ढंग से अपना विरोध कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाना चाहती हैं, लेकिन उनके धरने को खत्म करने की कोशिश हो रही है। पुलिस ने परसों रात आकर लाइटें और टेंट हटाने की कोशिश की थी। लोगों ने कहा कि वे जब तक नहीं हटेंगे जब तक सरकार की नींद नहीं टूट जाती।


जामा मस्जिद


इधर भी जामा मस्जिद गेट नंबर एक के पास लोग धरने पर बैठ गए हैं। शाम होने पर वहां भारी संख्या में लोग जुटने के बाद सरकार द्वारा लागू किए गए कानून के विरोध में बढ़कर अपनी आवाज उठा रहे हैं। यहां प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कहा शुक्रवार को वे नागरिकता कानून के विरोध में रोजा रखेगें, जो शाम को जामा मस्जिद में खोला जाएगा। इलाके के सभी लोगों से इस कानून के विरोध में रोजा रखने की लोगों से अपील की गई है।