कार के बाहर गौरव चंदेल की मारी गई 32 बोर गोली

, पुलिस को मिर्ची गैंग पर शक, 100 सीसीटीवी पर पुलिस की नजर



नोएडा / दिन पहले ग्रेटर नोएडा के वेस्ट में बदमाशों ने गुड़गांव की एक कंपनी के मैनेजर गौरव चंदेल से लूटपाट के बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बीते मंगलवार को गौरव की कार गाजियाबाद के मसूरी इलाके से बरामद हुई थी। अब फॉरेंसिक जांच में खुलासा हुआ है कि, गौरव को गोली कार से बाहर मारी गई थी। क्योंकि कार के भीतर खून के निशान नहीं मिले। एक खोखा जरुर मिला है। बदमाशों ने वारदात में 32 बोर की गोली का इस्तेमाल किया था। पुलिस को इस वारदात में मिर्ची गैंग पर शक है। आसपास के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।  


पुलिस ने नोएडा, गाजियाबाद से लेकर आसपास के कई गिरोह चिन्हित किए हैं। लेकिन सबसे अधिक शक मिर्ची गैंग पर है। मसूरी के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है। पुलिस ने डासना, मसूरी में कई जगह दबिश दे रही है। बीते मंगलवार देर रात को लूटी गई सेल्टॉस कार मसूरी थाना के आकाश नगर में मिली थी।


गुड़गांव से लौटते वक्त हुई थी वारदात


नोएडा में गौर सिटी में रहने वाले गौरव चंदेल को छह जनवरी की रात अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी और उनकी कार व अन्य सामान लूट लिया था। अगली सुबह गौरव चंदेल का शव गौर चौक से पहले क्रिकेट ग्राउंड के पास बरामद हुआ था। चंदेल के घर वालों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इसी मामले को लेकर मेरठ जोन के आईजी आलोक कुमार ने बीते शुक्रवार को गौरव के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। 


मायावती व प्रियंका ने उठाए थे सवाल


गौरव चंदेल की हत्या के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए यूपी की कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया था। प्रियंका ने टि्वट कर लिखा था- 'प्रबंधक के पद पर काम करने वाले गौरव चंदेल जी की नोएडा में अपराधियों ने हत्या कर दी थी। लूट-पाट के बाद हुई हत्या में सरकार की कार्रवाई अभी तक ढीली-ढाली ही है। नोएडा जैसे लोकेशन पर अगर अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं तो पूरे यूपी में क्या स्थिति होगी?' वहीं, मायावती ने ट्वीट कर लिखा, 'नोएडा में गौरव चंदेल की हत्या के मामले में भी लीपापोती व सरकारी उदासीनता के कारण वहां पूरे क्षेत्र में जन आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यूपी सरकार खासकर अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में इस प्रकार की लापरवाही को छोड़कर जनहित पर समुचित ध्यान दे तो यह बेहतर होगा।'