जनरल डायर से तुलना पर भड़के एएमयू वीसी

, छात्रनेता बोले- पुलिस को बुलाकर पिटवाया, यह क्या था?



अलीगढ़ / नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बीते 32 दिनों से छात्र धरना दे रहे हैं। इस बीच किसी छात्र ने वाइस चांसलर तारिक मंसूर की तुलना जनरल डायर से करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसमें लिखा - जनरल डायर की जनाजे नमाज पढ़ी जाएगी। जिसे देखकर वीसी भड़क उठे। गुरुवार सुबह वे धरनारत छात्रों के बीच पहुंचे और पोस्ट के मायने पूछे। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा- वीसी हमें सुनाने आए थे। उस दिन कहां थे, जब छात्रों का उत्पीड़न हो रहा था। पुलिस को बुलाया, हमें पिटवाया, ये क्या था? राष्ट्रपति को ऐसे कुलपति से तुरंत रिजाइन लेना चाहिए।


तीन पन्नों का लेटर लेकर पहुंचे थे वीसी


जनरल डायर से तुलना किए जाने से आहत कुलपति तारिक मंसूर छात्रों के बीच तीन पन्नों का एक लेटर लेकर पहुंचे थे। उन्होंने छात्रों को वह पोस्ट भी दिखाई, जिसमें उनकी फोटो के साथ जनरल डायर लिखा था। यह भी लिखा था कि, जनरल डायर की जनाजा-ए-नमाज की पढ़ी जाएगी। उन्होंने इसके मायने पूछे। उन्होंने इस पर आपत्ति जताई। कहा- ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना गलत है। 15 दिसंबर को हुई घटना पर मुझे अफसोस है। मैंने एसएसपी को पत्र लिखा है। केंद्र सरकार इस विश्वविद्यालय को 11 सौ करोड़ रुपए बजट देता है, इसलिए हमारी भी सरकार के प्रति जवाबदेही है। इसलिए कोई ऐसा कार्य न करें, जिससे भ्रम फैले।


एएमयू के जनसंपर्क विभाग के एसोसिएट मेंबर इंचार्ज राहत अबरार ने बताया कि, जनरल डायर से तुलना करने पर वाइस चांसलर को पीड़ा थी। कुलपति ने कहा- इस शब्द का इस्तेमाल करना गलत है। इसलिए वह छात्रों के पास पहुंचे थे और उन्होंने कहा कि जो सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है, वह आपत्तिजनक है। उससे परहेज किया जाए। इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए।


जनरल डायर का मतलब, सिर्फ अपनी चलाना व करना


छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष फैज़ुल हसन ने कहा- वीसी आज 32वें दिन धरना दे रहे छात्रों के बीच आए थे और हमको सुनाने के लिए आए थे। हमने वीसी को कहा कि आप उस दिन कहां थे, जब छात्रों का उत्पीड़न किया जा रहा था। जनरल डायर से मतलब था कि अपनी हर जगह चलाना, किसी की बात न सुनना। पुलिस को उन्होंने बुलाया। हमको पिटवाया। भारत के राष्ट्रपति वाइस चांसलर से तुरंत रिजाइन कराएं।