इंदौर को बनाया जाएगा साइलेंट सिटी ऑफ इंडिया

, शहर के 20 चौराहे होंगे नो हॉर्न जोन



इंदौर / क्लीन सिटी बन चुका है। अब इसे साइलेंट सिटी ऑफ इंडिया बनाएंगे। प्रदूषण बोर्ड ने शहर के 20 ऐसे चौराहों को चयनित किया है, जहां सबसे ज्यादा हॉर्न बजाया जाता है। इन चौराहों को नो हॉर्न जोन बनाएंगे। शहर के वे स्थान जहां पर हॉर्न नहीं बजाया जाना चाहिए, जैसे स्कूल, अस्पताल, कोर्ट आदि का विशेष ध्यान रखा जाएगा। सारी कार्ययोजना तैयार कर काम शुरू किया जाएगा।


यह घोषणा कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने गुरुवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में ट्रैफिक कैबिनेट की बैठक में की। ट्रैफिक कैबिनेट बैठकों में 12 विषय चिह्नित कर इनके दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। इन दस्तावेजों के संबंध में विषय विशेषज्ञों व जनता की सहभागिता लेकर निर्णयों का क्रियान्वयन किया जाएगा।


यह दस्तावेज सार्वजनिक भी किए जाएंगे। इस मौके पर नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरके गुप्ता, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसके मीणा, मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया भी मौजूद थे। बैठक में चर्चा हुई कि अनंत चतुर्दशी चल समारोह और अन्य समारोह में डीजे को प्रतिबंधित किया था।


आगे भी सभी आयोजनों में बगैर अनुमति के डीजे को प्रतिबंधित रखा जाएगा। ई-व्हीकल को प्रोत्साहित करने को लेकर भी चर्चा की गई। एक निजी कंपनी ने कमिश्नर और कलेक्टर से मांग रखी कि वे शहर में कुछ स्थानों पर ई-मोपेड 2 रुपए प्रति किलोमीटर में किराए पर उपलब्ध कराने को तैयार हैं।


अब लोक परिवहन बढ़ाएंगे, रिक्शा को नए परमिट नहीं


कलेक्टर ने कहा कि शहर में लोक परिवहन सेवा को विस्तारित किया जाएगा। ऑटो रिक्शा के अब नए परमिट देने पर रोक लगाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। लोक परिवहन वाहनों की फ्रिक्वेंसी बढ़ाई जाएगी। संचालन साइंटिस्ट डॉ. दिलीप वाघेला ने किया।


मैदानों में हाई डेंसिटी प्लांटेशन, बाहरी लोगों के लिए सफाई की सूचना लगाएं


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सेवानिवृत्त साइंटिस्ट डॉ. गुणवंत जाेशी ने कमिश्नर सिंह से कहा कि शहर के खुले मैदानों में एक जगह निर्धारित कर हाई डेंसिटी प्लांटेशन करना चाहिए। ये बड़ी मात्रा में ध्वनि और धूल सोखते हैं। उन्होंने कहा शहर में प्रवेश करने वाले मार्गों पर कई तरह की सूचनाएं लगाना चाहिए, जिससे दूसरे शहरों से आने वाले लोगों को पता चले कि शहर में थूकने, कचरा खुले में फेंकने पर फाइन लगेगा।