दुकानाें-जमीन पर हक काे लेकर 3 बेटों-बहुओं ने मां-बाप पर हमला किया

, मां की मौत, पिता घायल



बूंदी / यहां बड़ानयागांव गांव में रविवार रात दिल दहलाने वाली वारदात हुई। देर रात 3 बेटों और बहुओं ने दुकानों और जमीन पर हक को लेकर अपने मां-बाप पर हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। इसमें मां की मौत हो गई, जबकि पिता गंभीर घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने पुत्रों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया। घटना के बाद हमलावर बेटे फरार हो गए। पुलिस ने तीनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया।



पुलिस और पड़ाेसियाें के अनुसार, बड़ानयागांव निवासी रामकिशन सैनी (65) और पत्नी कमलाबाई सैनी (60) के पास दुकान, मकान, नकद राशि भी थी। इन पर बेटाें की नजर थी। इसके चलते बेटे अपने मां-बाप को बहला-फुसलाकर 15 दिन पहले ही घर पर ले गए थे।


घायल रामकिशन ने पुलिस को बताया कि उनकी दुकानों और जमीन पर हक को लेकर पुत्र मांगीलाल, मुकेश और फूलचंद एवं उनकी पत्नियों ने मिलकर देर रात कमलाबाई सैनी और उन्हें कमरे में बंद कर लोहे के सरिए, हथियारों और लात-घूंसों से जमकर मारपीट की। कमलाबाई सैनी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिता रामकिशन सैनी गंभीर घायल हो गए। मां के मरने और  पिता के घायल होने के बाद सर्द रात में घर पर ही पड़े रहे। सुबह होने पर किसी परिजन और पड़ोसी की सूचना पर पुलिस पहुंची। घायल और शव को हिंडौली अस्पताल पहुंचाया।


पति ने दी मुखाग्नि 


कमला बाई के तीन पुत्र होने के बावजूद घायल पति रामकिशन सैनी को मुखाग्नि देनी पड़ी। पड़ोसियों का कहना था कि 3 दिन से इनके साथ संपत्ति को लेकर पुत्रों द्वारा मारपीट की जा रही थी, जिसका नतीजा हत्या में तब्दील हाे गया।

सुबह पड़ोसियों को पता चला तो कंट्रोल रूम को सूचना दी


सोमवार सुबह पड़ोसियों को घटना का पता चला तो उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना दी। थानाप्रभारी शिवराज गुर्जर जाब्ता लेकर आए। गंभीर घायल रामकिशन को 108 एंबुलेंस से हिंडौली अस्पताल पहुंचाया गया। जांच में रामकिशन के हाथ में फ्रैक्चर पाया गया। जांच अधिकारी विजयसिंह ने बताया रामकिशन के भतीजे सीताराम सैनी की रिपोर्ट पर मांगीलाल, मुकेश व फूलचद सैनी पुत्र रामकिशन के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसपी ममता गुप्ता व हिंडौली डीएसपी श्यामसुंदर विश्नोई ने अाकर घटना का जायजा लिया।


लड्डू-बाटी खाने का लालच लेकर बुलाया


रविवार को तीनों पुत्रों ने खेत पर मन्नत का कार्यक्रम रखा था। कार्यक्रम में मेहमान भी आए हुए थे। वहीं पुत्रों ने मां-बाप को बहला-फुसलाकर मनाकर व लड्‌डू-बाटी खिलाने का लालच देकर बुलाया। वहां पहुंचे मां-बाप ने खाना खाया और मेहमानों से मिले। इसके बाद तीनों पुत्रों ने उन्हें खेत पर रोक लिया। करीब रात के तीन बजे तीनों पुत्रों ने लोहे की रॉड से मां-बाप पर हमला कर लिया। इसमें मां कमला बाई की मौके पर मौत हो गई और रामकिशन गंभीर घायल हो गए। वहीं तीनों पुत्र घटना के बाद मौके से फरार हो गए। सोमवार सुबह पड़ोसियों को घटना का पता चला तो पुलिस को सूचना दी। इस पर हिंडौली थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर मय जाब्ते के माैके पर पहुंचे और घटना स्थल का मुआयना किया। साथ ही घायल व मृतका को हिंडौली अस्पताल पहुंचाया। जहां पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।


2 लाख नकद और संपत्ति विवाद


ग्रामीणों के अनुसार रामकिशन का अपने तीनों पुत्र व बहुओं के बीच पिछले छह माह से संपत्ति व जमीनी विवाद को लेकर विवाद चल रहा था। हालांकि रामकिशन ने छह बीघा जमीन को तीनों पुत्रों में बराबर बांट दिया था। उसके बावजूद तीनों पुत्र वृद्ध मां-बाप के पास करीब दो लाख रुपए नकद व अशोक फैक्ट्री में बने मकान को लेने के लिए परेशान करते थे। वर्तमान में मां-बाप अशोक फैक्ट्री में अपने निजी मकान में रहते थे। उसमें एक दुकान भी थी, जो किराए पर दे रखी थी। दुकान से आ रहे किराए पर ही वृद्ध दंपती गुजारा कर रहे थे। वहीं खेत पर बने मकान में तीनों पुत्र मांगीलाल, मुकेश व फूलचंद परिवार सहित रहते थे और अपने-अपने हिस्से की भूमि पर खेती करते थे।



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