, एसीबी का डीएसओ सहित 11 के खिलाफ केस दर्ज
इसी तरह केरोसिन वितरण में भी बड़े पैमाने पर अनियमितताएं मिली
कोटा / एसीबी ने कोटा में रसद विभाग में बड़े घोटाले का खुलासा किया है। यह घपला लगभग वैसा ही है, जैसा जोधपुर में आईएएस निर्मला मीणा द्वारा किया गया था। करीब साढ़े 6 करोड़ रुपए का 44 हजार 920 क्विंटल गेहूं विभाग के तत्कालीन अफसर हजम कर गए। कागजों में इस गेहूं का उठाव हुआ, कागजों में ही डीलरों तक भी पहुंचा, लेकिन फिजिकली यह गेहूं न उपभोक्ताओं में बंटा, न दुकानों पर मिला। इसी तरह केरोसिन वितरण में भी बड़े पैमाने पर अनियमितताएं मिली। एसीबी ने इस पूरे घोटाले में राशन डीलरों व विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत मानते हुए 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
एसीबी के एएसपी ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि आरोपियों में तत्कालीन कार्यवाहक डीएसओ आरएएस अधिकारी अशोक कुमार मीणा, प्रवर्तन अधिकारी संध्या सिन्हा, प्रवर्तन निरीक्षक अमित कुमार शर्मा व अरविंद आचार्य तथा राशन डीलर मोहम्मद लइक, ओमप्रकाश विजयवर्गीय, फिरोजा बानो, राधेश्याम भारद्वाज, रामचंद्र, जलील अहमद व बाबूलाल के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज किया है। वहीं, 2016 से 2018 के बीच कोटा में डीएसओ रहे 6 अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होगी। इस सारे खेल का खुलासा तब हुआ था, जब एसीबी ने 24 मई, 2018 को रसद विभाग पर औचक छापा मारा था।
ऑफिस व राशन डीलरों के यहां एक साथ एसीबी की 7 टीमें पहुंची थी और रिकॉर्ड जब्त किया था। कुछ दिन पहले एसीबी ने एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा भेजी थी, जो अब दर्ज की गई है।