, डीजल चोरी के आरोप में दो साथियों के साथ काबू
गुप्त सूचना के आधार पर आरपीएफ के पोस्ट कमांडर इंस्पेक्टर बीएस चौधरी की टीम ने पकड़ा आरोपियों को
एक आरोपी मुरारी लाल खुद को बता रहा है पार्टी का उप प्रधान, राष्ट्रीय प्रधान पवन गुप्ता बोले-पार्टी भी कर रही जांच
बठिंडा / बठिंडा में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने चीफ लोको इंस्पेक्टर गाड़ी से तेल चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया। यह पद का रौब दिखा रात में गाड़ी को रुवा लेता था और फिर इसके साथी डीजल चुराने का काम करते थे। अब चीफ लोकाे इंस्पेक्टर और दो साथियों को काबू कर लिया गया है, जिनमें से एक शिवसेना का कथित उप प्रधान भी बताया जा रहा है।
आरपीएफ अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग रात में रेलवे की डीजल से भरी गाड़ियों को रुकवाने के बाद उसमें से तेल चोरी करते हैं। आरपीएफ के पोस्ट कमांडर इंस्पेक्टर बीएस चौधरी ने बताया कि इस सूचना के आधार पर आरपीएफ ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एक स्पेशल टीम का गठन किया गया, जिसे वह खुद हेड कर रहे थे। एसआई मुकेश कुमार, एसआई प्रदीप कुमार, एएसआई राजेश कुमार, सिपाही राजेंदर कुमार उनके साथ थे, वहीं एक गुप्त टीम का गठन भी किया गया, जिसमें आरपीएफ के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को शामिल किया गया था।
बीएस चौधरी की टीम को जांच के दौरान सफलता मिली। उन्होंने 25 दिसंबर को रामा मंडी रिफायनरी में तैनात कर्मचारी मुरारी लाल व अशोक कुमार को गिरफ्तार किया। इनमें से एक आरोपी मुरारी लाल खुद को शिवसेना हिंदुस्तान का उप प्रधान बता रहा था। इनसे पूछताछ में सामने आया कि इस मामले में उनका साथ रेलवे स्टेशन बठिंडा में तैनात चीफ लोको इंस्पेक्टर कमलेश कुमार भी देता है। इसके बाद 26 दिसंबर को कमलेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
बीएस चौधरी की मानें तो आरोपी कमलेश कुमार अपने पद का रौब दिखाकर डीजल मालगाड़ी को रात के वक्त बिना स्टॉपेज वाली जगह पर रुकवाता था। बाद में अपने अन्य दोनोंं आरोपी साथियों के सहयोग से तेल चोरी करवाता था। अब इनकी गिरफ्तारी से जहां एक वर्ष पुराना मामला सुलझ गया, वहीं गहनता से जांच की जा रही है, जिसके चलते कई अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी संभव है। दूसरी ओर बाबत शिवसेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय प्रधान पवन गुप्ता व संगठन मंत्री पंजाब सुशील जिंदल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा अपने स्तर पर भी मामले की जांच करवाई जाएगी। अगर मुरारी लाल दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।