नौ साल पहले भोजासर से लापता महिला को पुलिस नहीं ढूंढ पाई

, राजू बनकर चौहटन में रहने वाला इमामुद्दीन अब लेकर पहुंचा शव



जोधपुर व चौहटन में अंतिम संस्कार नहीं हो पाया तो थाने लाया शव


 

जोधपुर / नौ साल पहले भोजासर से लापता हुई महिला और उसके दो बच्चों को पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई लेकिन इसी गांव का एक व्यक्ति इमामुद्दीन उसका शव लेकर सोमवार को भोजासर पहुंचा। उसके परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने फलोदी में पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा दिया। पुलिस ने महिला के बच्चों को किशाेर न्याय बोर्ड में पेश किया है। वहीं, इमामुद्दीन से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि मामला बहला फुसलाकर भगा ले जाने का है। 



अब महिला के परिजन व समाज के लोगों ने पुलिस से मिलकर मामले की जांच करने की मांग की है। उनका आरोप है कि महिला को प्रताड़ना दी, इसी से उसकी मौत हुई। पुलिस ने इमामुद्दीन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि वह राजू बनकर नौ साल तक चौहटन के पिपराली गांव में रह रहा था। वहां महिला और बच्चे भी साथ थे। महिला की मौत के बाद उसने जोधपुर व चौहटन में अंतिम संस्कार करवाना चाहा लेकिन तभी पता चला कि इमामुद्दीन ही राजू है।


मौत जोधपुर में, फिर चौहटन और वहां से भोजासर थाने पहुंचा
इमामुद्दीन ने पुलिस को बताया कि महिला की तबीयत खराब होने पर वह अस्पताल में उपचार करवाने ले गया। बाड़मेर में उपचार नहीं हुआ तो जोधपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराई। वहां उसकी 22 दिसंबर को मौत हो गई। इसके बाद जोधपुर में ही अंतिम संस्कार करवाना चाहा लेकिन यहां हो नहीं सका। इसके बाद वह शव चौहटन के पिपराली गांव ले गया। वहां भी गांव वालों को पूरा माजरा समझ आया तो लोगों ने अंतिम संस्कार से मना कर दिया। इसके बाद इमामुद्दीन शव लेकर भोजासर पुलिस थाने पहुंचा। पुलिस ने महिला के परिजनों को बुलाया लेकिन जब सारी जानकारी मिली तो उन्होंने भी शव लेने से इनकार कर दिया। ऐसे में पुलिस ने शव को फलोदी मोर्चरी में रखवाया। पोस्टमार्टम करवाने के बाद अंतिम संस्कार करवा दिया।


पुलिस-परिजन भी भूल चुके थे, अब हैरानी भरा घटनाक्रम
पुलिस ने बताया कि इमामुद्दीन ने पूछताछ में बताया कि वह महिला और बच्चों को लेकर चौहटन चला गया। पीछे महिला के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने भी कई दिन तक पड़ताल की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इस बीच गांव में अफवाह फैल गई थी कि इमामुद्दीन को किसी फौजी ने मार दिया। फिर महिला को वह फौजी लेकर फरार हो गया। यह अफवाह भी बरसों पहले आई गई हो गई थी लेकिन अचानक नौ साल बाद जब महिला का शव पहुंचा तो हर कोई पूरे घटनाक्रम को लेकर रह गया। महिला के परिजनों व ग्रामीणों ने थाना अधिकारी से उचित कार्रवाई की मांग की है। महिला के पति ने पुलिस थाने में इमामुद्दीन के खिलाफ रिपोर्ट दी है। उसमें देह शोषण व बंधक बनाने सहित कई आरोप लगाए गए हैं। वहीं, बच्चों को किशोर न्यायालय में पेश किया।