सुरक्षित कार्य संस्कृति अपनाने से सुपरविजन की जरूरत नहीं

बाल्कोनगर । औद्योगिक सुरक्षा पर हम आत्मनिरीक्षण करें और देखें कि उद्योग में सुरक्षित कार्य शैली की मजबूती की दिशा में हमारा क्या योगदान है। किसी भी बीमारी की दशा में हम कार्य न करें, चिकित्सकीय परामर्श का अनुसरण करें। किसी भी दुविधा की स्थिति में कार्य न करें। उक्त उद्गार बाल्को के निदेशक (धातु) दीपक प्रसाद ने 49वें राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए। इस अवसर पर संयंत्र परिसर में सुरक्षा जागरूकता रैली निकाली गई। सुरक्षा ध्वज फहराया गया और बाल्को परिवार के सदस्यों ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सुरक्षा नियमों के पालन की शपथ ली। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की थीम है विकसित प्रौद्योगिकियों को अपनाएं, सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रदर्शन को बेहतर बनाएं। प्रसाद ने अपने उद्बोधन में यह भी कहा कि हम पूरी ईमानदारी से सुरक्षा मानदंडों का पालन करें। हम पूरी जागरूकता के साथ ऐसी कार्य संस्कृति विकसित करें, जिससे हमें किसी सुपरविजन की जरूरत ही न पड़े। एकजुट होकर कार्य करते हुए हम शून्य क्षति का लक्ष्य प्राप्त करें। प्रसाद ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि बाल्को परिवार के प्रत्येक सदस्य की जागरूकता से औद्योगिक सुरक्षा के स्तर में उत्तरोत्तर प्रगति हो रही है। बाल्को के मानव संसाधन प्रमुख देवब्रत मिश्रा ने कहा कि सुरक्षा की शुरुआत स्वयं से होती है और साथियों तक पहुंचती है। हम घर से निकलते ही सुरक्षा का ध्यान रखें। अपने साथ ही सभी की सुरक्षा की जिम्मेदारी को महसूस करें और अमल में लाएं। बाल्को के निदेशक बिजनेस एक्सीलेंस, रिलायबिलिटी एंड अश्योरेंस अनुराग तिवारी ने कहा कि हम स्वयं की, अपने पर्यावरण की और उपकरणों की सुरक्षा का ध्यान रखें। सुरक्षित कार्य शैली को हम अपने व्यवहार में लाएं। बाल्को के 1740 मेगावट विद्युत संयंत्र प्रमुख आशुतोष द्विवेदी ने कहा कि सुरक्षा का बोध राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी से जुड़ा हुआ है। हम सुरक्षा के मानदंडों का पालन करें। किसी भी कार्य को करने के दौरान शार्टकट न अपनाएं। बाल्को के परियोजनाएं प्रमुख मनीष जैन ने कहा कि हम अपने कार्य में उत्तरोत्तर सुधार के लिए प्रशिक्षण लें। नई तकनीकें सीखने के प्रति जिज्ञासा रखें। परिस्थितियों का बारीकी से अवलोकन करें और सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए कार्य पूर्ण करें। बाल्को के औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण सह महाप्रबंधक अजय शर्मा, 270 मेगावट विद्युत संयंत्र प्रमुख मयंक श्रीवास्तव और 1740 मेगावट विद्युत संयंत्र प्रमुख समीर खांडवे सहित बड़ी संख्या में बाल्को अधिकारी, कर्मचारी और अनेक ठेका कंपनियों के कर्मचारी समारोह में मौजूद थे।


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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