खंडवा / पंधाना विधायक के मद की राशि के आवंटन में देरी और विधायक के प्रदर्शन के बाद हुई कार्रवाई का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। विधायक राम दांगोरे ने विधानसभा सत्र में प्रश्न लगाया है। विधानसभा सचिव को भेजे पत्र में कहा है पंधाना विधानसभा क्षेत्र में अवैध उत्खनन का मामला उठाने पर जिला कलेक्टर व खनन माफिया मुझे द्वेष भावना से क्षति पहुंचा सकते हैं। क्या मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी?। विधायक ने पूछा है कि पंधाना क्षेत्र में 130 से ज्यादा स्थानों पर अवैध उत्खनन हुआ। बार-बार शिकायत और मीडिया में आने वाली खबरों पर कलेक्टर ने कार्रवाई क्यों नहीं की? यदि की है तो कितनी बार, उसकी सूची उपलब्ध कराएं। अवैध उत्खनन ने शासन को 300 करोड़ रुपए के राजस्व का घाटा हुआ है। इस पर कलेक्टर पर क्या कार्रवाई की जाएगी?।
प्रोटोकॉल पूरा नहीं करने पर क्या जिला सांख्यिकी अधिकारी को किया जाएगा निलंबित
विधायक दांगोरे ने विस में लगाए अपने दूसरे सवाल में सामान्य प्रशासन मंत्री से पूछा है कि पंधाना विस क्षेत्र के विधायक के प्रोटोकॉल का पालन ना तो कलेक्टर और ना ही कुछ अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है, ऐसा भेदभाव क्यों?। विधायक के प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर कार्रवाई होती है। क्या साक्ष्य प्रस्तुत करने पर संबंधित अधिकारी को निलंबित करेंगे?।
बिना जांच के कैसे हुई एफआईआर, क्या कलेक्टर के मोबाइल नंबरों की होगी जांच
विधायक दांगोरे ने विस में लगाए तीसरे सवाल में गृहमंत्री से पूछा है कि 4 मार्च को बिना जांच के मुझ पर एवं भाजपा के कार्यकर्ताओं पर झूठा प्रकरण दर्ज किया गया। क्या उक्त मामले में जांच के लिए समिति का गठन करेंगे?। इस मामले में मेरे द्वारा भी एफआईआर के लिए आवेदन दिया गया मगर बयान तक नहीं लिए गए, क्या जनप्रतिनिधियों को न्याय की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए?। उक्त एफआईआर कलेक्टर के निर्देश पर हुई। क्या उनके सभी नंबरों की जांच कराएंगे?। उक्त मामले की वीडियोग्राफी उपलब्ध है फिर भी बिना जांच के एफआईआर कैसे हुई।