: सिरोनिया
दतिया / वृद्धजन हमारे लिए देवताओं के समान होते हैं। उनके आशीर्वाद से ही घर परिवार पर भगवान की कृपा बरसती है। उम्र के अंतिम पड़ाव में उनकी सेवा व सम्मान का हमें अवश्य ध्यान रखना चाहिए। यह समाज स्तंभ होते हैं, समय समय पर इनका मार्गदर्शन समाज को प्राप्त होता हैं। यह विचार रविवार को कस्बा उनाव से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित सम्राट अशोक के शिलालेख के लिए विख्यात गुजर्रा गांव में वृद्धजन सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए भांडेर क्षेत्र की विधायक रक्षा सिरोनिया ने व्यक्त किए। ग्रामीण युवाओं की पहल पर आयोजित हुए सम्मान समारोह में तकरीबन दो दर्जन युवाओं का शॉल श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुर्जर समाज के वरिष्ठ समाजसेवी राम चित्र सिंह महाना ने की।
इस अवसर पर गांव के देवधनी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी महाना ने कहा कि सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए समाज में हर वर्ग के बुजुर्गों का सम्मान रखना बेहद जरुरी होता है, जिन्होंने अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय सामाजिक सरोकारों के लिए दिया है। इसके साथ ही हर घर परिवार में युवाओं, महिलाओं को वृद्धजनों का सम्मान अवश्य करना चाहिए। उनकी सेवा व साहचर्यता से घर परिवार में खुशहाली आती हैं। जिन घरों में बुजुर्गों की उपेक्षा की जाती है। उनकी तरक्की बाधित हो जाती है एवं समाज में भी उन परिवारों को अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता है। क्योंकि वृद्धजन ही हमें अपने जीवन के अनुभव साझा कर हमारे सुखद जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस अवसर पर मंचासीन विधायक रक्षा सिरोनिया व समाजसेवी राम चित्र सिंह महाना द्वारा मेहताब सिंह गुर्जर, रामचरण पटवा, रामसेवक परिहार, किशोरी लाल केवट, जुगल किशोर गुप्ता, बेताली अहिरवार, कालीचरण अहिरवार, ईश्वरी विश्वकर्मा, सहित दो दर्जन लोगों का शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर छोटे राजा गुर्जर, गब्बर सिंह गुर्जर, पंजाब सिंह परिहार, विक्की सरोनिया, देवेंद्र गुर्जर, रामू गुर्जर, भूपेंद्र गुर्जर, राजकुमार परिहार, सत्येंद्र सिंह गुर्जर, हरीमोहन गुर्जर, राहुल अहिरवार, मोनू झा, राजेंद्र अहिरवार, पिल्ली पटवा, प्रेमनारायण अहिरवार के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पंजाब सिंह परिहार व आभार प्रदर्शन हरिमोहन गुर्जर द्वारा व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर गांव के देवधनी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी महाना ने कहा कि सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए समाज में हर वर्ग के बुजुर्गों का सम्मान रखना बेहद जरुरी होता है, जिन्होंने अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय सामाजिक सरोकारों के लिए दिया है। इसके साथ ही हर घर परिवार में युवाओं, महिलाओं को वृद्धजनों का सम्मान अवश्य करना चाहिए। उनकी सेवा व साहचर्यता से घर परिवार में खुशहाली आती हैं। जिन घरों में बुजुर्गों की उपेक्षा की जाती है। उनकी तरक्की बाधित हो जाती है एवं समाज में भी उन परिवारों को अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता है। क्योंकि वृद्धजन ही हमें अपने जीवन के अनुभव साझा कर हमारे सुखद जीवन का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस अवसर पर मंचासीन विधायक रक्षा सिरोनिया व समाजसेवी राम चित्र सिंह महाना द्वारा मेहताब सिंह गुर्जर, रामचरण पटवा, रामसेवक परिहार, किशोरी लाल केवट, जुगल किशोर गुप्ता, बेताली अहिरवार, कालीचरण अहिरवार, ईश्वरी विश्वकर्मा, सहित दो दर्जन लोगों का शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर छोटे राजा गुर्जर, गब्बर सिंह गुर्जर, पंजाब सिंह परिहार, विक्की सरोनिया, देवेंद्र गुर्जर, रामू गुर्जर, भूपेंद्र गुर्जर, राजकुमार परिहार, सत्येंद्र सिंह गुर्जर, हरीमोहन गुर्जर, राहुल अहिरवार, मोनू झा, राजेंद्र अहिरवार, पिल्ली पटवा, प्रेमनारायण अहिरवार के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पंजाब सिंह परिहार व आभार प्रदर्शन हरिमोहन गुर्जर द्वारा व्यक्त किया गया।