विधायक एनडी शर्मा ने सिसाेदिया पर टिकट के लिए 10 कराेड़ रुपए मांगने का आरोप लगाया



नई दिल्ली / आम आदमी पार्टी की ओर से सभी सीटों के लिए 70 उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद बगावत शुरू हो गई। जिन 15 विधायकों के टिकट काटे गए हैं उनमें शामिल बदरपुर से विधायक एनडी शर्मा ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर टिकट के लिए 10 करोड़ रुपए मांगने तक का आरोप लगा दिया। उन्होंनें निर्दलीय लड़ने की भी घोषणा की। बाकी विधायकों ने भी बागी तेवर अपना लिए हैं।


बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता रूठे विधायकों को मानने में जुटे रहे। डैमेज कंट्रोल के लिए खुद आप के दिल्ली चुनाव प्रभारी संजय सिंह को सामने आना पड़ा। टिकट कटने के बाद बुधवार को कई विधायक संजय सिंह के निवास पर पहुंचे। सुबह दिल्ली कैंट के विधायक कमांडो सुरेन्द्र कुमार उनके निवास पर पहुंचे। इसके बाद संसद सिंह पार्टी मुख्यालय पर पहले से तय प्रेसवार्ता में मुंडका विधायक सुखबीर दलाल और कमांडो सुरेन्द्र कुमार को लेकर आए। इसके बाद दोपहर में संजय सिंह के घर पर बवाना विधायक रामचंद्र और हरी नगर से विधायक जगदीप सिंह भी अपने समर्थकों के साथ गए। यहां पर उनकी लंबे समय तक बातचीत होती रही।


इससे पहले प्रेसवार्ता में सिंह ने कहा कि पार्टी की पीएसी ने तीन स्तरीय सर्वे में कामकाज के आधार पर टिकट दी है। जिन विधायकों का टिकट कटा है, उनका नाराज होना स्वाभाविक है। वह हमारे साथी हैं। उनको संगठन सहित अन्य जिम्मेदारियां दी जाएंगी। उनको समझाकर साथ लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि टिकट कटने के बाद आरोप में कोई नई बात नहीं है। पहले भी पार्टी ने ही उनको टिकट दी थी। वहीं, एक दिन पहले पार्टी ज्वाइन करने वाले कांग्रेस नेताओं को टिकट देने पर सिंह ने कहा कि पार्टी की शुरुआत में भी नए लोगों को ही टिकट दी गई थी। इसमें कुछ अगल नहीं है। वहीं, एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अधिकतर नाराज विधायकों को मना लिया गया है।


राम सिंह के पार्टी ज्वाइंन कराने से ही पार्टी के कार्यकर्ता नाखुश हैं। हमने पांच साल गुंडाें से बदरपुर को निजात दिलाई। अब पार्टी ही उनको ले आई। मुझसे मनीष सिसोदिया ने कहा कि राम सिंह पार्टी ज्वाइन करने के लिए 21 करोड़ रुपए दे रहा है। तुम्हें टिकट चाहिए तो 10 करोड़ रुपए दो। मैंने पार्टी छोड़ दी। अब निर्दलीय चुनाव लडूंगा।  - एनडी शर्मा, विधायक, बदरपुर


मेरे पांच साल की मेहनत पर पार्टी ने प्रश्नचिन्ह लगा दिया। अब यह आम आदमी पार्टी नहीं स्मार्ट आदमी पार्टी हो गई है। मेरे घर पर आकर टिकट दिया था। गुरुवार को निर्णय लूंगा। - अवतार सिंह कालकाजी, विधायक, कालकाजी।


मेरी पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। चेहते को  टिकट देने के लिए सबकुछ दरकिनार कर दिया गया। दूसरी पार्टियों से भी नीचे गिर गई पार्टी। मैं जनता और अपने समर्थकों के साथ जनसंपर्क कर रहा हूं। आगे का निर्णय कर लूंगा। -विजेंद्र गर्ग, विधायक, राजेंद्र नगर


मेरे पार्टी ने आखरी समय में मेरा टिकट काट दिया। मैंने सीएए की हिंसा में मुख्यमंत्री को समझाने को कहा था। इसी बात के बाद मेरा टिकट काटा गया।  जिस पार्टी में मेरा मान सम्मान नहीं है।  ऐसी पार्टी में मैं नहीं रहूंगा। - हाजी इशराक, विधायक, सीलमपुर


जिन विधायकों का टिकट कटा है, उनका नाराज होना स्वाभाविक है। उनको संगठन सहित अन्य जिम्मेदारियां दी जाएंगी। उनको समझाकर साथ लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि टिकट कटने के बाद आरोप में कोई नई बात नहीं है। - संजय सिंह, प्रभारी दिल्ली, आम आदमी पार्टी


इस पार्टी में बात करने का लायक कोई नहीं बचा। मैं पार्टी में रहूंगा और पार्टी विरोधी निर्णयों के खिलाफ आवाज उठाएंगा। काम ठीक नहीं होने के सर्वे पर मेरा टिकट काटने की बात कही जा रही है।”  - मनोज कुमार, विधायक, कुंडली


इधर संजय सिंह ने दिया गौतम गंभीर को जवाब, कहा- सरकार बनने पर फ्री सेवाएं जारी रहेंगी 


भाजपा नेताओं के मुफ्त सेवाओं पर बयान को लेकर आम आदमी पार्टी ने बुधवार को भाजपा पर निशाना साधा। प्रेसवार्ता में संजय सिंह ने कहा कि पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि यदि जनता को फ्री सेवाएं दी जाएंगी तो जनता उसका महत्व नहीं समझेगी। सिंह ने कहा कि मैं गंभीर से कहना चाहता हूं कि सांसद के तौर पर वह सरकार से फ्री सुविधाएं ले तो ठीक, आम जनता को केजरीवाल सरकार वह सुविधा देने लगे तो गलत।। इससे साबित होता है कि भाजपा आम जनता विरोधी मानसिकता से ग्रस्त है। सरकार की सुविधाओं की अहमियत गरीब जनता ही समझ सकती है।



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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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