, पास में मिला कारतूस का खाेखा
छतरपुर/गौरिहार / लवकुशनगर अनुभाग से निकली केन नदी पर रेत माफिया द्वारा बेतहाशा उत्खनन किया जा रहा है। शासन प्रशासन इस अवैध कारोबार पर अंकुल लगाने में पूरी तरह से अक्षम साबित हुआ है। वहीं रेत का यह काला खेल आए दिन लोगों की जान भी ले रहा है। गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात गोयरा थाना क्षेत्र की सिंगारपुर रेत खदान पर एक ट्रक ड्राइवर की हत्या कर दी गई। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
गोयरा थाना के सिंगारपुर में एमआरए ग्लोबल कंपनी की रेत खदान है। शुक्रवार सुबह खदान पर करीब 36 वर्षीय युवक का शव पड़ा मिला, जिससे खदान सहित क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बन गई। सूचना मिलते ही गोयरा थाना प्रभारी हेमंत नायक घटना स्थल पर पहुंचे। मृतक की शिनाख्त उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के ग्राम नरसिंहगढ़ थाना रानीगंज निवासी ड्राइवर आबिद अली पिता जहरूद्दीन उम्र 36 वर्ष के रूप में की गई। शव के पास एक 315 बोर का कारतूस पड़ा मिला है।
रेत ने पहले भी ली हैं कई जानें : क्षेत्र में रेत के इस काले कारोबार ने कई निर्दोषों की जानें ली हैं। बीते 11 नवंबर की रात गोयरा थाने के रामपुर घाट पर एक ट्रक क्लीनर घाटमपुर निवासी शंभूदयाल 40 वर्ष को रेत से भरे ट्रक ने कुचल दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। रेत माफिया शव को बांदा लेकर भाग गए थे। इसके बाद 26 नवंबर को रामपुर घाट में पूर्व सरपंच राम खिलावन पटेल 50 वर्ष को ट्रक क्रमांक यूपी 33 एटी 5419 ने कुचल दिया था, उसे छतरपुर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गई थी। बीते 1 जनवरी की देर शाम गौरिहार थाना के बरुआ के पास एक बाइक रेत से भरे ट्रक से टकरा गई थी, जिसमें बाइक चालक बरुआ निवासी प्रमोद केवट पिता जगत केवट 27 वर्ष की मौके पर मौत हो गई थी।
रेत माफिया के ऑडियो से हुई थी किरकिरी: पिछले सप्ताह यूपी के रेत माफिया चरन सिंह का एक ऑडियो वायरल हुआ था। करीब डेढ़ दर्जन ऑडियो क्लिप में रेत माफिया चरन सिंह की छतरपुर विधायक सहित अनेक लोगों से बातचीत के अंश थे। ऑडियो के माध्यम से आरआई, एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को मोटी रकम देने की बात सामने आई थी। वहीं छतरपुर विधायक से कारोबार में मदद करने का वार्तालाप सामने आया था। इस ऑडियो के तेजी से वायरल होने से खासी किरकिरी हुई थी।
वारदात परिजनों के आने पर आगे बढ़ी कार्रवाई
गोयरा थाना के सिंगारपुर में एमआरए ग्लोबल कंपनी की रेत खदान है। शुक्रवार सुबह खदान पर करीब 36 वर्षीय युवक का शव पड़ा मिला, जिससे खदान सहित क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति बन गई। सूचना मिलते ही गोयरा थाना प्रभारी हेमंत नायक घटना स्थल पर पहुंचे। मृतक की शिनाख्त उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के ग्राम नरसिंहगढ़ थाना रानीगंज निवासी ड्राइवर आबिद अली पिता जहरूद्दीन उम्र 36 वर्ष के रूप में की गई। शव के पास एक 315 बोर का कारतूस पड़ा मिला है।
रेत ने पहले भी ली हैं कई जानें : क्षेत्र में रेत के इस काले कारोबार ने कई निर्दोषों की जानें ली हैं। बीते 11 नवंबर की रात गोयरा थाने के रामपुर घाट पर एक ट्रक क्लीनर घाटमपुर निवासी शंभूदयाल 40 वर्ष को रेत से भरे ट्रक ने कुचल दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। रेत माफिया शव को बांदा लेकर भाग गए थे। इसके बाद 26 नवंबर को रामपुर घाट में पूर्व सरपंच राम खिलावन पटेल 50 वर्ष को ट्रक क्रमांक यूपी 33 एटी 5419 ने कुचल दिया था, उसे छतरपुर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसकी मौत हो गई थी। बीते 1 जनवरी की देर शाम गौरिहार थाना के बरुआ के पास एक बाइक रेत से भरे ट्रक से टकरा गई थी, जिसमें बाइक चालक बरुआ निवासी प्रमोद केवट पिता जगत केवट 27 वर्ष की मौके पर मौत हो गई थी।
रेत माफिया के ऑडियो से हुई थी किरकिरी: पिछले सप्ताह यूपी के रेत माफिया चरन सिंह का एक ऑडियो वायरल हुआ था। करीब डेढ़ दर्जन ऑडियो क्लिप में रेत माफिया चरन सिंह की छतरपुर विधायक सहित अनेक लोगों से बातचीत के अंश थे। ऑडियो के माध्यम से आरआई, एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को मोटी रकम देने की बात सामने आई थी। वहीं छतरपुर विधायक से कारोबार में मदद करने का वार्तालाप सामने आया था। इस ऑडियो के तेजी से वायरल होने से खासी किरकिरी हुई थी।
वारदात परिजनों के आने पर आगे बढ़ी कार्रवाई
लवकुशनगर एसडीओपी केसी पाली ने बताया कि मृतक के परिजनों को बुलाया गया, देर शाम मृतक के परिजन सिंगारपुर आए। उनके आने के बाद ही पुलिस ने आगे की कार्यवाही की। उन्होंने बताया कि मृतक के सिर में गहरी चोट , सीने में भी जख्म है, इससे प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता कि गोली मार कर हत्या की गई है। देर शाम छतरपुर से डॉग स्क्वॉयड और एफएसएल टीम सिंगारपुर पहुंची एवं पड़ताल की। एसडीओपी ने बताया कि युवक की मौत गोली लगने से हुई या अन्य वजह से इसकी जांच की जा रही है। शव का शनिवार को पीएम कराया जाएगा, पीएम रिपोर्ट आने पर स्थित साफ हो जाएगी, फिलहाल बारीकी से जांच की जा रही है। देर शाम पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह भी सिंगारपुर पहुंचे, उन्होंने स्थिति का जायजा लेते हुए एसडीओपी को सभी पहलुओं पर बारीकी से पड़ताल करने और मृतक के भतीजों से पूछताछ करने के निर्देश दिए।
जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों अाैर माफिया का गठजोड़: क्षेत्र की केन नदी पर एमपी यूपी का सिंडीकेट हावी है। नदी की सभी रेत खदानों पर जनप्रतिनिधियों, रेत माफिया, अधिकारियों का गठजोड़ कार्य कर रहा है। क्षेत्र की रामपुर, सिंगारपुर सहित अन्य खदानों पर खुलेआम अवैध उत्खनन किया जा रहा है। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद रेत के अवैध कारोबार में पहले की अपेक्षा ज्यादा इजाफा हो गया है। सिंडीकेट के प्रभाव के आगे शासन प्रशासन इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाने में अक्षम साबित हो रहा है।
जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों अाैर माफिया का गठजोड़: क्षेत्र की केन नदी पर एमपी यूपी का सिंडीकेट हावी है। नदी की सभी रेत खदानों पर जनप्रतिनिधियों, रेत माफिया, अधिकारियों का गठजोड़ कार्य कर रहा है। क्षेत्र की रामपुर, सिंगारपुर सहित अन्य खदानों पर खुलेआम अवैध उत्खनन किया जा रहा है। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद रेत के अवैध कारोबार में पहले की अपेक्षा ज्यादा इजाफा हो गया है। सिंडीकेट के प्रभाव के आगे शासन प्रशासन इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाने में अक्षम साबित हो रहा है।