पांच महीने में डेढ़ लाख लोगों के घर स्पीड पोस्ट से आरसी व ड्राइविंग लाइसेंस पहुंचे



जयपुर / डाक विभाग ने पांच माह में 1.55 लाख से ज्यादा आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस लोगों को घर बैठे उपलब्ध कराए। इस अवधि में केवल चार हजार आरसी और डीएल लौटाए गए, जो कुल बुकिंग का केवल ढाई फीसदी है। विभाग के अनुसार आवेदकों द्वारा पुराने पते का एड्रेस प्रूफ दिए जाने के कारण वर्तमान पते पर डिलीवर नहीं हो पाते।


विभाग ने अगस्त में वाहनों की आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस के वितरण का काम शुरू किया था। जिसके तहत यह दोनों वस्तुएं स्पीड पोस्ट से आवेदकों के घरों पर डिलीवर की जा रही है। परिवहन विभाग ने दोनों वस्तुओं के अगस्त में 14 हजार 322, सितंबर में 28 हजार 38, अक्टूबर में 33 हजार 759, नवंबर में 44 हजार 910 और दिसंबर में 38 हजार 405 आर्टिकल बुक कराए।


यानि पांच महीनों में कुल 1.59 लाख आर्टिकल शहर में बुक हुए। इनमें से 1.55 लाख से ज्यादा आर्टिकल आवेदकों के घर पर डिलीवर हुए। करीब चार हजार आर्टिकल ही ऐसे हैं, जिन्हें परिवहन विभाग को वापस लौटाया गया।

शिकायत करें कार्रवाई होगी


हमने पोस्टमैनों को पाबंद कर रखा है कि आवेदक का घर बंद मिले तो उसे मोबाइल पर फोन कर जरूर सूचित करें। पांच महीने में एक भी शिकायत नहीं मिली जिससे साबित हुआ है कि पता सही होते हुए भी उसे डाक डिलीवर नहीं हुई हो। पता सही होने पर भी आरटीओ को दस्तावेज लौटाए गए हों तो आवेदक शिकायत करें कार्रवाई होगी।


संतोष सोलंकी, सीनि. सुपरिटेंडेंट ऑफ पोस्ट ऑफिसेज, जयपुर सिटी


अपडेटेड एड्रेस प्रूफ हो तो नहीं लौटेगा दस्तावेज 


अनडिलीवर्ड डाक के अधिकांश मामलों में पतों पर आवेदकों का निवास करना नहीं पाया गया। दोनों दस्तावेज स्पीड पोस्ट से भेजे जाते हैं। ऐसे में नियमानुसार उन्हीं लोगों को सुपुर्द किए जाते हैं, जिनके नाम पर जारी हैं। डाक विभाग के अनुसार बैरंग लौटने वाली ज्यादातर पोस्ट उन आरसी की हैं, जिनका नवीनीकरण हुआ है। दरअसल आरसी का नवीनीकरण 15 साल बाद होता है। इस दौरान कई आवेदकों का पता बदल जाता है।


कई बार आवेदन करते समय एड्रेस प्रूफ के तौर दिए दस्तावेज में भी वर्तमान पता नहीं होता। इसकी कारण इन दस्तावेज में भी पुराना पता ही दर्ज होता है, जहां पोस्ट लेकर जाने पर डाकिए को पता चलता है कि आवेदक अब वहां नहीं रहता। आरसी और लाइसेंस वापस लौटने से बचने के लिए जरूरी है कि आवेदन करते समय वर्तमान पते वाला एड्रेस प्रूफ ही दें।



Popular posts
शादीशुदा BF संग भागी प्रेमिका, प्रेमी की पत्नी नही मानी तो प्रेमी पर दर्ज कराया RAPE का मामला
Image
उत्कृष्ट विद्यालय मुरार में नन्हे नन्हे हाथों ने उकेरी रंगोलियां
Image
बिजली के बिलों में दी जाने वाली रियायतों की छोटे व्यापरियों ने की सराहना
ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
Image
संत श्री 1008 बैदेही बल्लभ शरण महाराज का हुआ अभिनंदन