नजदीकी मुकाबले में जो दल ज्यादा सीटें जीतता है, उसी की सरकार



दिल्ली  / विधानसभा चुनाव में पार्टियों के बीच एक-एक वोट की लड़ाई कुछ ज्यादा ही रोमांचक होती है। हर चुनाव में नजदीकी मुकाबले सत्ता का समीकरण बिगाड़ते हैं। 30 सीटें ऐसी हैं, जिन पर हार-जीत का अंतर काफी कम रहता है। दिल्ली में पिछले तीन चुनावों के नतीजों का ट्रेंड कहता है कि जो पार्टी नजदीकी अंतर वाली सीटें ज्यादा जीतती है, उसी की सरकार बनती है।


2015: आप की एकतरफा जीत, फिर भी 13 सीटों पर कड़ी टक्कर


आप (आम आदमी पार्टी) ने  70 में से 67 सीटें जीतीं। इसके बावजूद 13 सीटों पर जीत-हार में वोटों का अंतर 10% से कम था। इनमें से 11 सीटें आप के खाते में गई थीं। दो सीटें भाजपा को मिली थीं। सबसे नजदीकी मुकाबला नजफगढ़ सीट पर रहा था। यहां हार-जीत में 1% का अंतर रहा। आप नेता सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से 3133 वोटों से जीते थे।


नजदीकी हार-जीत वाली टॉप 3 सीटें
 





























सीटअंतर% (वोट)जीतने वाली पार्टीहारने वाली पार्टी
नजफगढ़1% (1555)आपआईएनएलडी
कृष्णा नगर1.7% (2277)आपभाजपा
शकूर बस्ती3% (3133)आपभाजपा

2013: आप ने अपनी 28 में से 22 सीटें 10% के कम अंतर से जीतीं


भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार नहीं बना सकी। 2013 में 46 सीटों पर जीत-हार का अंतर 10% से कम था। 27 सीटों पर 5% से कम और 12 सीटों पर 2% से कम था। जिन 12 सीटों पर 2% से कम अंतर रहा, उनमें 7 सीटें आप को मिलीं, भाजपा को 3 मिलीं। आप ने कुल 28 सीटें जीतीं, उनमें से 22 सीटें 10% से कम वोटों के अंतर से जीतीं।


नजदीकी हार-जीत वाली टॉप 3 सीटें
 





























सीटअंतर% (वोट)जीतने वाली पार्टीहारने वाली पार्टी
विकासपुरी0.2% (405)आपभाजपा
आरके पुरम0.4% (306)भाजपाआप
दिल्ली कैंट0.5% (355)आपभाजपा

2008: 31 सीटों पर जीत-हार का अंतर 8% से कम रहा, कांग्रेस ने 21 जीतीं


2008 में 70 में से 31 सीटों पर हार-जीत का अंतर 8% से कम रहा था। इनमें से 21 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं। भाजपा को 10 सीटें मिली थीं। तब कांग्रेस ने ही सरकार बनाई थी। इस चुनाव में यूपीए को 43 और एनडीए को 23 सीटों पर जीत मिली थी।


नजदीकी हार-जीत वाली टॉप 3 सीटें
 





























सीटअंतर% (वोट)जीतने वाली पार्टीहारने वाली पार्टी
राजौरी गार्डन0.1% (46)कांग्रेसएसएडीएम
ओखला0.5% (541)कांग्रेसआरजेडी
घोंडा0.6% (580)भाजपा    कांग्रेस

8 को वोटिंग, 11 को नतीजे


दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए 8 फरवरी को वोटिंग होना है। नतीजे 11 फरवरी को आएंगे।



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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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