शिवपुरी / कक्षा एक से लेकर 8वीं तक के विद्यार्थियों की अब स्कूलों में ऑनलाइन हाजरी लगेगी। इसके लिए ऑनलाइन स्टूडेंट अटेंडेंस सिस्टम एम शिक्षा मित्र एप पर तैयार किया गया है।सोमवार को करीब 25 फीसदी स्कूलों ने ऑनलाइन हाजरी भी लगाई है। इसमें स्कूल में दर्ज संख्या और पोर्टल पर फीड संख्या में अंतर होने से इसकी मैपिंग नहीं हो पा रही है। पहले दिन शिक्षकों को काफी परेशानी हुई। इस एप में खास बात यह है कि बिना इंटरनेट के भी शिक्षक अपने स्कूल से बच्चों की उपस्थिति की संख्या फीड कर सकेंगे। जब वे इंटरनेट की कनेक्टिविटी में आएंगे तो डाटा खुद ही फीड होकर पोर्टल पर दिखाई देने लगेगा।
ऑनलाइन स्टूडेंट अटेंडेंस सिस्टम (एसएएस) के माध्यम से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति की संख्या का डाटा प्रतिदिन तैयार किया जाएगा। इसके बाद शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इस उद्देश्य से इस एप को तैयार किया गया।स्कूल में यदि कनेक्टिविटी भी नहीं है तो यह एप काम करेगा।इसमें संबंधित स्कूल के शिक्षक व प्रधानाध्यापक अपनी यूनिक आईडी के माध्यम से बच्चों की संख्या दर्ज कर सकेंगे। इसके बाद जब वे इंटरनेट की कनेक्टिविटी में आएंगे तो डाटा खुद ही पोर्टल पर दिखने लगेगा।
इस मामले में बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर ने कहा कि हम इस संबंध में वरिष्ठ कार्यालय से मार्गदर्शन ले रहे हैं,और इसमें अपडेशन की कार्रवाई कराएंगे। मंगलवार से ही यह प्रक्रिया शुरु हो गई है।
ये हो सकती है गड़बड़ी
बच्चों की अटेंडेंस लगाने के लिए शुरूआत में कोई क्राइट एरिया तैयार नहीं किया गया है। ऐसे में शिक्षक अपने घर से भी बच्चों की दर्ज संख्या में से अनुमानित संख्या फीड कर छुट्टी मना सकते हैं। ऐसे संबंधित स्कूलों का डाटा समय पर पोर्टल पर नहीं दिख सकेगा। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि निरीक्षण के दौरान पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
पोर्टल पर छात्र-छात्राओं की संख्या में गड़बड़ी
छात्र-छात्राओं की संख्या पोर्टल पर दर्ज होने के साथ ही स्कूल में दर्ज संख्या अलग-अलग बता रहा है।इसमें शिवपुरी के ईटमा गांव के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बालक-बालिकाओं की कुल संख्या सही है लेकिन छात्राओं की संख्या कम दिखा रहा है। इसी तरह प्रायमरी स्कूल दर्रोंनी ने भी छात्र संख्या में अंतर आ रहा है।इससे ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने में काफी परेशानी हो रही है। इस वजह से वहां के शिक्षकों ने बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर को अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
ऑनलाइन स्टूडेंट अटेंडेंस सिस्टम (एसएएस) के माध्यम से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति की संख्या का डाटा प्रतिदिन तैयार किया जाएगा। इसके बाद शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इस उद्देश्य से इस एप को तैयार किया गया।स्कूल में यदि कनेक्टिविटी भी नहीं है तो यह एप काम करेगा।इसमें संबंधित स्कूल के शिक्षक व प्रधानाध्यापक अपनी यूनिक आईडी के माध्यम से बच्चों की संख्या दर्ज कर सकेंगे। इसके बाद जब वे इंटरनेट की कनेक्टिविटी में आएंगे तो डाटा खुद ही पोर्टल पर दिखने लगेगा।
इस मामले में बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर ने कहा कि हम इस संबंध में वरिष्ठ कार्यालय से मार्गदर्शन ले रहे हैं,और इसमें अपडेशन की कार्रवाई कराएंगे। मंगलवार से ही यह प्रक्रिया शुरु हो गई है।
ये हो सकती है गड़बड़ी
बच्चों की अटेंडेंस लगाने के लिए शुरूआत में कोई क्राइट एरिया तैयार नहीं किया गया है। ऐसे में शिक्षक अपने घर से भी बच्चों की दर्ज संख्या में से अनुमानित संख्या फीड कर छुट्टी मना सकते हैं। ऐसे संबंधित स्कूलों का डाटा समय पर पोर्टल पर नहीं दिख सकेगा। इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि निरीक्षण के दौरान पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
पोर्टल पर छात्र-छात्राओं की संख्या में गड़बड़ी
छात्र-छात्राओं की संख्या पोर्टल पर दर्ज होने के साथ ही स्कूल में दर्ज संख्या अलग-अलग बता रहा है।इसमें शिवपुरी के ईटमा गांव के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बालक-बालिकाओं की कुल संख्या सही है लेकिन छात्राओं की संख्या कम दिखा रहा है। इसी तरह प्रायमरी स्कूल दर्रोंनी ने भी छात्र संख्या में अंतर आ रहा है।इससे ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने में काफी परेशानी हो रही है। इस वजह से वहां के शिक्षकों ने बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर को अपनी शिकायत दर्ज कराई है।