चिटफंड कंपनी के 4 डायरेक्टर भुवनेश्वर से गिरफ्तार कर बेमेतरा लाई पुलिस

, 5 जिलों में ठगी का आरोप



बेमेतरा / रकम दोगुना करने का झांसा देकर ठगी करने वाले चिटफंड कंपनी संचालकों को गिरफ्तार किया गया है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओड़िशा के भुवनेश्वर जाकर इन्हें पकड़ा है। कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर बेमेतरा समेत 5 जिलों के लोगों को ठगने का आरोप है। संचालकों के खिलाफ कार्रवाई बेमेतरा जिले की पुलिस ने की, इस जिले में आरोपियों ने 10 लाख रुपए की ठगी की थी। 

2013 से 2017 के बीच की थी ठगी 


पकड़े गए आरोपियों में एमपी के साजापुर निवासी अभिषेक सिंह चौहान, भोपाल निवासी आशीष सिंह चौहान, निरंजन सक्सेना और ग्वालियर निवासी प्रबल प्रताप सिंह यादव शामिल हैं। चारों आरोपी निर्मल इन्फ्राहोम कार्पोरेशन लिमिटेड (एनआईसीएल) नामक कंपनी के डायरेक्टर हैं। इस चिटफंड कंपनी का मुख्य कार्यालय रायपुर में था। रायपुर के अलावा बिलासपुर, कांकेर, सूरजपुर, बलौदाबाजार और बेमेतरा में एजेंट नियुक्त किए गए थे। वर्ष 2013 से 2017 के बीच कंपनी ने निवेशकों से 6 वर्ष में रकम दोगुना करने का झांसा देकर पैसा जमा कराया। इसके बाद आरोपियों ने सभी कार्यालय बंद किए और फरार हो गए थे। 

संपत्ति कुर्क कर लोगों को पैसे लौटाने के निर्देश 


प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के प्रदेशभर में हुए घोटाले के मामलों में पर कार्रवाई करने पुलिस विभाग को सख्त निर्देश दिए थे। जनवरी माह में ही हुई पुलिस मीट में उन्होंने कहा था कि एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई न हो बल्कि कंपनी के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनसे लोगों के सारे पैसे वापस लौटाएं जाएं, रकम मालिकों द्वारा न दिए जाने पर उनकी संपत्ति  कुर्क करने के भी आदेश दिए जा चुके हैं। ऐसे ही एक मामले में बिलासपुर में कुर्की की कार्रवाई की जा चुकी है।