डीएफसीसी के बड़े अधिकारियों ने न्यू किशनगढ़ रेलवे स्टेशन का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया
किशनगढ़ / लंबे समय से निर्माणाधीन डीएफसीसी ट्रैक पर शुक्रवार से मालगाड़ियां दौड़ंेगी। न्यू किशनगढ़ रेलवे स्टेशन से डीएफसीसी एमडी अनुराग सचान मालगाड़ी को सुबह 11 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। दिनभर डीएफसीसी ट्रैक को ठीक करने में कर्मचारी लगे रहे। डीएफसीसी के बड़े अधिकारियों ने न्यू किशनगढ़ रेलवे स्टेशन का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया। हरियाणा के न्यू रेवाड़ी किशनगढ़ बालावास स्टेशन से मदार तक 306 किमी ट्रैक पर तीन जंक्शन रेवाड़ी, अटेली व फुलेरा बनाए गए है। इसी ट्रैक पर मालगाड़ी का संचालन किया जाएगा।
मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने वाली व रेलवे के विकास की नई इबादत लिखने वाली यह परियोजना वैसे तो वर्ष 2022 तक मूर्तरूप लेगी। यह नौ राज्याें के 24 जिलों से होकर गुजरेगी। इसे चार चरण में पालनपुर गुजरात तक पहुंचाना है। पालनपुर तक कार्य पूरा होते ही इस क्षेत्र का सीधा जुड़ाव मुद्रा पोर्ट, कांडला व अडानी से हो जाएगा। इससे राजस्थान के सीमेंट व मार्बल उद्योग सहित पावरलूम व टैक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
मालूम हो कि प्रथम चरण में न्यू रेवाड़ी किशनगढ़ बालावास से राजस्थान में फुलेरा तक 233 किमी पर ट्रायल का कार्य 15 अगस्त 2018 को पूरा किया गया था। इसे बढ़ाकर मदार तक किया जा रहा है। इस प्रकार 73 किमी ट्रैक सहित कुल 306 किमी ट्रैक पर ट्रायल पूरा हो गया है। अब इस ट्रैक पर मालगाड़ी दौड़ेगी। डब्ल्यूडीएफसी के इस नए ट्रैक पर मालगाड़ी की औसत गति ढाई गुना होगी। औसत स्पीड पूर्व में 26 किमी प्रति घंटा थी, वह बढ़कर 70 किमी प्रतिघंटा हो जाएगी। साथ ही सौ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गुड्स चल सकेंगी। यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा क्योंकि मालगाड़ियों के इस ट्रैक पर आ जाने से पैसेंजर ट्रैक पर और अधिक पैसेंजर गाड़ियों का संचालन किया जा सकेगा।